राज्य में भले ही कोरोना वायरस से स्वस्थ लोगों का प्रतिशत बढऩे के साथ ही मृत्यु दर भी बढ़ रही है, यहां मौत का रोज का आंकड़ा अब 100 से ज्यादा हो गया है। तमिलनाडु में कोरोना से मौत का पहला मामला 25 मार्च 2020 को सामने आया था।
मौत का औसत 1 से 500 से तक पहुंचने में करीब 80 दिन का वक्त लगा। इस हिसाब से राज्य में 16 जून को कोरोना से मरने वालों की संख्या 528 हुई। लेकिन, अगले 500 यानी 1000 के आंकड़े को मात्र 11 दिन में ही छू लिया। यानी 27 जून को 68 मौतों के साथ राज्य में कोरोना संक्रमित मौतों का आंकड़ा 1000 पार कर गया। इससे कोरोना की गंभीरता का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। वहीं अगले 1000 यानी 2000 के आंकड़े को छूने में मात्र 15 दिन ही लगे। 13 जुलाई को 66 लोगों की मौत हुई और मौतों का आंकड़ा 2000 पार कर गया। इसी तरह 2 को राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4000 का आंकड़ा पार कर गई।
अगस्त महीने में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। यहां 1 अगस्त को 99 लोगों की मौत हुई और 11 अगस्त को 118 लोगों ने दम तोड़ दिया। हालांकि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की तुलना में मृत्यु दर देश में अन्य राज्यों की तुलना में कम है। और यहां रिकवरी रेट भी 80 प्रतिशत से अधिक है।