उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का कार्य निष्पक्ष होना चाहिए, लेकिन ऐसा लगता है कुछ लोग इस पर नियंत्रण जमाए बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में भ्रम की स्थिति पैदा होने के बाद आयोग ने कुछ बूथों पर पुनर्मतदान कराने की घोषणा की है, जिससे आयोग ने अपनी विश्वसनीयता भी खो दी है। उन्होंने कहा गत १९ अप्रेल को सत्यब्रत साहू ने कहा था कि १० पोलिंग बूथों पर पुनर्मतदान करवाया जाएगा।
उसके बाद बुधवार को कहा कि ४६ पोलिंग बूथों पर पुनर्मतदान कराया जाएगा, लेकिन अब चुनाव आयोग ने १३ पोलिंग बूथों पर पुनर्मतदान कराने की घोषणा की है। इतना ही नहीं बिना किसी सूचना के गुप्त तरीके से ईवीएम को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी पहुंचा दिया गया।