कोरोना की वजह से पिछले चार महीने से उन लोगों को किसी प्रकार का वेतन भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार मछुआरों को वापस लाने से इंकार करती है तो राज्य सरकार को अपने खर्च पर सभी को सुरक्षित वापस लाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मुख्यमंंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख ईरान में फंसे मछुआरों को वापस लाने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया था। अपने पत्र में मुख्यमंंत्री ने कहा था ईरान में फंसे तमिलनाडु के मछुआरों को न तो वापस आने की अनुमति दी जा रही है और न ही उनको काम करने दिया जा रहा है। ऐसे हालात को देखते हुए ईरान के भारतीय दूतावास को उचित कदम उठा कर मछुआरों की रिहाई का निर्देश देना चाहिए।