कार्यकर्ता पेरिस कॉर्नर से तमिलनाडु विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे लेकिन भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ता और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। वहीं प्रदर्शन के कारण चौराहे पर जाम लगा रहा। इसके कारण कुछ देर के लिए आवागमन बाधित रहा।
सीपीएम के जिला सचिव जी. सेल्वा ने कहा कि कृषि बिल किसानों के हित के विरोध में है और राज्य के मुख्यमंत्री पलनीस्वामी को बिल का समर्थन वापस लेना चाहिए। उन्होंने बिल को किसान का दुश्मन बताया। जी. सेल्वा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारियां दी। जाम हटने के बाद यातायात शुरू हुआ।
दरअसल इसकी वजह इस विधेयक का वो प्रावधान है, जिसमें किसानों को अपनी फसल कहीं पर भी बेचने की छूट दी गई है। इसका असर क्या होगा कि अभी तक जिस तरह से किसान मंडियों में अपनी फसल बेचते थे, वैसे अब वो देश के किसी भी हिस्से में अपनी फसल बेच सकेंगे। हालांकि इससे मंडियों की अहमियत घटेगी।