दोपहर को हुआ हादसा
इस बीच दोपहर करीब साढ़े बारह बजे स्थानीय कुचिपालयम गांव के मोहन की बेटी नवनीतम (२०), मोहन के बेटे कुणाल की पत्नी प्रिया (19) बैराज पर नहाने निकलीं। वे अपने साथ उनके घर आईं कुरिंजपाडि के राजकुमार की बेटियों प्रियदर्शिनी (13) और काव्या (11) को भी लेकर गईं। बैराज पर नहाते वक्त इनमें से एक का पैर कीचड़ में फंस गया और वह डूबने लगी। उसकी मदद की पुकार सुनकर बचाने की कोशिश में चारों फंसती चली गईं। इन सबको बचाने की कोशिश में बैराज पर मौजूद मुथुरामन की बेटी सुमाता (16), अमरनाथ की बेटी मोनिका (16) और शंकर की बेटी सांगवी (15) भी उनको बचान दौड़ी और उनके साथ भी अनहोनी हुई।
आस-पास के लोग जुटे
सात युवतियों के नदी में फंसने की खबर गांव में आग की तरह फैली। दमकल विभाग को सूचना देने से पहले ग्रामीण वहां पहुंचे। वे कीचड़ वाले इलाके में गए सावधानी से एक-एक कर सभी सातों को बाहर निकाला। तत्काल इनको कडलूर जिला मुख्यालय सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद इनको मृत घोषित कर दिया। अस्पताल परिसर में पीडि़त परिवार और मित्रों का हुजूम उमड़ गया था जो रोते-बिलखते नजर आए। शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
एक ही गांव से पांच मौतें
मृतकों में एक ही गांव की चार किशोरियों सहित पांच युवतियां शामिल थी। सभी रिश्तेदार बताए गए है। इनमें से उल्लेखनीय है कि प्रिया का एक माह पूर्व ही प्रेम विवाह हुआ था। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। स्टालिन ने पीडि़त परिवार को हिम्मत बंधाते हुए मुख्यमंत्री राहत कोष से ५-५ लाख रुपए की वित्तीय मदद देने की घोषणा की है।