दरबार में रजनीकांत का स्टाइल और स्वैग खूब नजर आया। उनकी एंट्री धमाकेदार रही तो अभिनय लाजवाब। सुपरस्टार ने स्टाइल से चश्मा पहना और अपनी वॉक से फैन्स को क्रेजी कर दिया। उनसे किसी को शिकायत नहीं हो सकती। लेकिन ‘तूपाकीÓ जैसी सुपरहिट देने वाले फिल्म निर्देशक मुरुगदास ने सभी निराश किया।
फि़ल्म के गाने भी औसत ही कहे जाएंगे। एंट्री सोंग ही लोगों की याद रह पाता है। डिप्टी सीएम की बेटी के अपरहण से कहानी शुरू होती है और ड्रग माफिय़ा डीलर और मोस्ट वांटेड क्रिमिनल हरी (सुनील शेट्टी) पर जाकर खत्म होती है।
संजीदा निर्देशक एक दृश्य में पूरे कानूनी क़ायदे दिखाते हैं तो दस मिनट बाद कानून तोड़ देते हैं। यह बात गले नहीं उतरती। सुपरस्टार और योगी बाबू की कॉमेडी पहले हाफ तक लोगों को हंसाती है और अभिनेत्री नयनतारा के साथ रजनीकांत खूब रोमियो बनते हैं। पिता रजनीकांत और बेटी (निवेदा थॉमस) की आत्मीयता वाले दृश्य भाव विभोर करते हैं लेकिन इस चक्कर में निर्देशक फि़ल्म की जान कहानी को भूल जाते हैं। फिल्म की स्टारकास्ट में इन प्रमुख किरदारों के अलावा प्रतीक बब्बर, नवाब शाह और श्रीमान भी हैं।