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इसके लिए फ्लाइट को भी अपने निर्धारित समय से करीब 10 मिनट पहले रवाना कर दिया या। संदीप की दोनों किडनियां एसएएमएस अस्पताल में भर्ती दो मरीजों गोविंद और कैलाश को प्रत्यारोपित की गइ हैं। इनका उपचार नेफ्रोलोजी विभाग में चल रहा था।
तीन साल की कवायद अब पूरी
राजधानी में निजी मेडिकल कॉलेज में लिवर प्रत्यारोपण की शुरूआत काफी पहले ही हो चुकी है। जबकि एसएमएस में करीब तीन साल से इसकी तैयारी चल रही है। पूर्व में लिवर प्रत्यारोपण के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ क्रिस्टोफर बैरी को भी इसके लिए अस्पताल से जोड़ा गया था।
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लेकिन बिना प्रत्यारोपण शुरू किए ही उन्हें यहां से जाना पड़ा। बाद में उन्होंने जयपुर के ही निजी अस्पताल में प्रत्यारोपण शुरू करवाया। एसएमएस अस्पताल के गेस्ट्रोएंट्रोलोजी विभागध्यक्ष डॉ.एस.एस.शर्मा के अनुसार यह एक एतिहासिक दिन है। जिससे एसएमएस की ख्याति अब देश भर में ओर बढ़ेगी।
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नेफ्रोलोजी विभागाध्यक्ष डॉ.विनय तोमर के अनुसार अब दोनों किडनियां मरीजों को प्रत्यारोपित कर दी गई हैं। पहले प्रत्यारोपण के बाद चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने भी एसएमएस के डॉक्टरों को बधाई दी है।