एडीज मच्छरों की पैदावार रोकने के लिए निगम ने ३४०० निरीक्षकों को शहर की निगरानी में लगा रखा है। उनकी यह जिम्मेदारी है कि वे इलाकों के घरों की छत पर रखे वाटर टैंक, मकान के बाहर एवं बर्तनों या गमलों में जलजमाव न होने दें। साथ ही उन मकान मालिकों को सख्त निर्देश दिया गया है कि यदि उनके घर की छत पर जलजमाव हुआ तो उनको जुर्माना भरना पड़ेगा। राज्य समेत महानगर के छोटे-बड़े सभी शिक्षण संस्थानों को भी आगाह किया गया है कि वे परिसर में जलजमाव नहीं होने दें।
ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री पर पिछले गुरुवार को इसलिए १ लाख रुपए का जुर्माना लगा दिया क्योंकि उस फैक्ट्री में वाटर लोगिंग के कारण एडीज मच्छरों की पैदावार बढ़ी जिनसे चार कांट्रेक्ट मजदूर डेंगू के चपेट में आ गए। इसके अलावा तिरुवल्लूर जिले के कई शिक्षण संस्थानों पर परिसर में जलजमाव के कारण जुर्माना किया गया है।
चेन्नईवासियों की शिकायत है कि ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन अपनी नाकामी का ठीकरा आमजन पर फोड़ रहा है। ब्राडबे निवासी के. मोहनदास ने बताया कि महानगर में अब तक पूरी तरह जल निकासी की व्यवस्था नहीं हो पाई है। ड्रेनेज निर्माण और मरम्मत कार्य जो लंबे समय से चल रहा है पूरा नहीं हुआ जबकि मानसून आ चुका है। इसी का परिणाम है कि थोड़ी सी बारिश होने पर भी हर जगह पानी जमा हो जाता है और जल जमाव के कारण मच्छरों की पैदावार होना स्वभाविक है। इसलिए ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह शहर में हो रही वाटर लोगिंग को रोकने के लिए पहले ड्रेनेज और सीवर सिस्टम को दुरुस्त करे।
कोलत्तूर निवासी आर. वेंकटेशन का कहना है कि डेंगू की रोकथाम के लिए जन जागरूकता जरूरी है। आमजन को चाहिए कि वे कहीं भी कचरा इक_ा न होने दें। घर में पीने के पानी को ढंककर रखें ताकि एडीज मच्छरों की उत्पत्ति न हो पाए। जहां भी जल जमाव नजर आए उसे तुरंत निकासी की व्यवस्था की जानी चाहिए। महानगर निगम ने अब तक अपना टास्क पूरा नहीं किया है। नतीजतन राज्य एक बार फिर डेंगू की चपेट में है।
माधवरम निवासी अरुवेल के अनुसार सरकार को पहले मच्छरों की पैदावार रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। जिन इलाकों में जलजमाव होता है उन इलाकों में पानी की निकासी की व्यवस्था की जानी चाहिए, लेकिन ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन अपनी नाकामी को छुपाने का प्रयास कर रहा है।
गौरतलब है कि महानगर में पिछले दस महीने में डेंगू के ३४०० मामले सामने आए हैं जबकि विगत सितम्बर और अक्टूबर महीेेने में डेंगू के ६८५ मामलों की पहचान हो चुकी है।
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डेंगू के मामले : एक नजर
जिनमें चेन्नई १७०
मदुरै ३३
करूर ०८
नागपट्टिनम ४६
करैकाल ६३
वेलूर ३२६
तिरुवारूर २८
तिरुचि ११
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