डीएमके युवाओं को उतारेगी मैदान में
डीएमके युवाओं को उतारेगी मैदान में
कम से कम 50 युवा उम्मीदवारों को मैदान में उतार सकते हैं

चेन्नई. आगामी विधानसभा चुनावों में युवा उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर डीएमके युवा मतदाताओं को आकर्षित करना चाह रही है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के अनुसार पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए कम से कम 50 युवा उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी।
2019 के लोकसभा चुनावों के तुरंत बाद पार्टी नेतृत्व ने उन जिलों में युवा और सक्रिय पदाधिकारियों के साथ पुराने पदाधिकारियों को बदलने की प्रक्रिया शुरू की जहां पार्टी इकाइयाँ निष्क्रिय थीं। मिसाल के तौर पर तिरूवेरम्बूर विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक अंबिल महेश पोयमोजी, जो उधयनिधि स्टालिन के करीबी हैं, को तिरुचि दक्षिण के जिला सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। इस क्षेत्र के पार्टी के संरक्षक एन नेहरू को डीएमके प्रमुख सचिव बनाया गया था।
युवा पदाधिकारियों को महत्व
सेंथिल बालाजी, जो एएमएमके से पार्टी में शामिल हुए थे, को पार्टी के करूर जिले का प्रभार दिया गया था। पार्टी के युवा विंग के नेता उदयनिधि स्टालिन ने यूनिट के पदाधिकारियों के साथ अपनी बैठकों के दौरान युवाओं के लिए महत्वपूर्ण संख्या में सीटें देने की बात कही। चयन में भी युवा पदाधिकारियों को महत्व दिया जाएगा। पार्टी उम्मीदवारों की औसत आयु को फिर से लाने के लिए प्रयास कर रही है। कई युवा नेता अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड और लोकप्रियता के साथ आगामी चुनाव में उतारे जा सकते हैं।
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