विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को डीएमके DMK सदस्यों ने पुदुचेरी puduchery की उपराज्यपाल किरण बेदी kiran bedi की टिप्पणी, जिसमें उन्होंने जल संकट water crisis पर नेताओं netas को दोषी ठहराते हुए लोगों को स्वार्थी selfish बताया था, पर स्पीकर से मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं मिलने पर सदन से वॉकआउट कर दिया।
चेन्नई. विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को डीएमके DMK सदस्यों ने पुदुचेरी puduchery की उपराज्यपाल किरण बेदी
Kiran Bedi की टिप्पणी, जिसमें उन्होंने जल संकट water crisis पर नेताओं netas को दोषी ठहराते हुए लोगों को स्वार्थी selfish बताया था, पर स्पीकर से मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं मिलने पर सदन से वॉकआउट कर दिया। सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने कहा कि किरण बेदी ने अपने बयान में तमिलनाडु tamilnadu की जनता को कायर cowards और स्वार्थी selfish बताया है जो निंदनीय है। राज्य सरकार उस टिप्पणी को स्वीकार करने की मानसिकता में है, लेकिन डीएमके ने उसका विरोध दर्ज कराने के लिए सदन से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणी से राज्य की जनता को ठेस पहुंचाई गई है जिसके लिए बेदी को माफी मांगना चाहिए। उल्लेखनीय है कि जल संकट
water scarcity को लेकर किरण बेदी ने ट्वीट कर कहा था कि चेन्नई chennai भारत का छठा बड़ा शहर है लेकिन जल संकट water scarcity के मामले में यह पहला शहर बन गया है। चार साल पहले अतिवृष्टि की वजह से बाढ़ का सामना करना पड़ा था और अब जल संकट water scarcity से झूझना पड़ रहा है, ऐसे में समस्या कहां पर है? साथ ही उन्होंने इस संकट के लिए सरकार का खराब प्रदर्शन, भ्रष्टाचार, राजनीतिक दल के नेताओं की उदासीनता, नौकरशाह और राज्य के स्वार्थी लोगों को जिम्मेदार ठहराया था।
इसी बीच डीएमके द्वारा विधानसभा स्पीकर के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को वापस लेने की वजह से सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। स्टालिन ने शुक्रवार को कहा था कि डीएमके की ओर से विधानसभा स्पीकर के खिलाफ पेश किए अविश्वास प्रस्ताव को वापस लिया जा रहा है, क्योंकि पहले की तुलना में अब परिस्थिति बदल चुकी है। इसके लिए स्पीकर को एक पत्र भी सौंपा गया है। गत २८ मई को स्टालिन ने तीन विधायकों के खिलाफ नोटिस जारी करने को लेकर स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।