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नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में डीएमके ने पूरे तमिलनाडु में किया प्रदर्शन

locationचेन्नईPublished: Dec 17, 2019 07:24:00 pm

Submitted by:

Vishal Kesharwani

Citizenship Amendment Act is against Muslims
सीएए को मुसलमानों के खिलाफ बताया

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में डीएमके ने पूरे तमिलनाडु में किया प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में डीएमके ने पूरे तमिलनाडु में किया प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में
डीएमके ने पूरे तमिलनाडु में किया प्रदर्शन
चेन्नई में स्टालिन के नेतृत्व में हुआ
-सीएए को मुसलमानों के खिलाफ बताया

कांचीपुरम. केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही लागू किए गए नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में डीएमके द्वारा मंगलवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया गया। डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ जिले में प्रदर्शन का नेतृत्व किया। पत्रकार वार्ता में स्टालिन ने एक्ट को जल्दबाजी का कदम और निरंकुश बताते हुए केंद्र के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर देश की प्रगति नहीं बल्कि मुसलमानों के अधिकारों को रौंदने का आरोप लगाया।
चुनावी घोषणा-पत्र में वादा किया था

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद किसानों की आय दुगनी करने के साथ ही सालाना एक करोड़ नौकरी के अवसर पैदा किए जाएंगे। इससे तो ऐसा लगता है मोदी सरकार घोषणा-पत्र के वादे पूरे नहीं कर रही बल्कि वे नियम लागू करने में लगी है जो देश की जनता के लिए हानिकारक हैं। जम्मू कश्मीर से ३७० हटाने समेत अन्य बिल पेश करने के बाद अब केंद्र सरकार ने सीएए लागू कर दिया है। ऐसे पहलुओं से पता चलता है नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का उद्देश्य भारत का विकास करना नहीं बल्कि मुसलमानों के अधिकार छीन कर उनको सताना है।

मुसलमानों और श्रीलंकाई तमिलों को अधिनियम के दायरे से बाहर क्यों रखा गया

उन्होंने कहा वे जानना चाहते हैं कि मुसलमानों और श्रीलंकाई तमिलों को अधिनियम के दायरे से बाहर क्यों रखा गया है। एआईएडीएमके के लोकसभा सांसद और ११ राज्यसभा सांसदों ने दोनों सदनों में बिल का विरोध किया होता तो देशभर में प्रदर्शन और हिंसा नहीं होती। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि वे अधिनियम में बदलाव करने को तैयार हैं। ऐसे में अमित शाह से आग्रह है कि सर्वदलीय बैठक बुलाकर अधिनियम पर चर्चा करें।

लाखों श्रीलंकाई तमिलों को नागरिकता दी गई

उन्होंने कहा पिछले तीन दशकों से तमिलनाडु में रह रहे श्रीलंकाई शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता क्यों नहीं दी गई? शाह ने कहा था कि लाखों श्रीलंकाई तमिलों को नागरिकता दी गई है। वास्तविकता यह है कि श्रीलंका में रहने वाले तमिलों को नागरिकता दी गई थी, लेकिन हम चाहते हैं तमिलनाडु में रह रहे श्रीलंकाई शरणार्थियों को नागरिकता मिले। उन्होंने कहा बुधवार को डीएमके अपनी सहयोगी पार्टियों से मुलाकात कर अपने अगले कदम पर चर्चा करेगी।

उल्लेखनीय है कि सोमवार को ही स्टालिन ने राज्य की सभी विपक्षी पार्टियों के सदस्यों से सीएए के विरोध में प्रस्तावित राज्यव्यापी प्रदर्शन में भाग लेने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि सीएए लागू करने को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके और भाजपा सरकार के खिलाफ प्रस्तावित प्रदर्शन में सभी पार्टियों के सदस्यों को शामिल होना चाहिए। यह संविधान के खिलाफ है ऐसे में राज्य की जनता को आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में एआईएडीएमके को सबक सिखानाही चाहिए। देश को बचाने के लिए सभी दलों को एक मंच पर आने की जरूरत है।
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