–उचित कार्रवाई करनी चाहिए
ऐसे में स्पीकर को मंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए। जिसके जवाब में पांडियन ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जे.जयललिता द्वारा केंद्र से श्रीलंकन तमिलों के लिए किए गए दोहरी नागरिकता की मांगों को याद करते हुए कहा कि श्रीलंकाई तमिलों को दोहरी नागरिकता देने की कई व्यवस्थाएं हैं। मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री से दोहरी नागरिकता देने की मांग की है। मंत्री के जवाब के बाद स्पीकर ने कहा दोहरी नागरिकता को लेकर मंत्री द्वारा दिए गए बयान में विशेषाधिकार का कोई उल्लंघन नहीं है। स्पीकर के जवाब से नाखुश होकर डीएमके नेता दुरैमुरुगन के नेतृत्व में पार्टी के अन्य सदस्यों से सदन से वॉकआउट कर दिया। हालांकि बाद में सभी सदन में लौटे और आगे की कार्रवाही में हिस्सा लिया।