शून्यकाल के दौरान सीएए मामले को उठा कर स्टालिन नोटिस के बारे में सवाल कर मामले पर विस्तृत रूप से चर्चा करने लगे जिसके बाद स्पीकर ने कहा कि स्टालिन इस मामले पर विस्तृत रूप से चर्चा नहीं कर सकते। यह नोटिस मेरे पास है और उस पर निर्णय लेने के लिए मुझ पर दबाव नहीं बनाया जा सकता और न ही तब तक किसी प्रकार की चर्चा की जा सकती है।
उसके बाद डीएमके सदस्य एस. दुरैमुरुगन ने कहा वे जानना चाहते हैं कि इस निजी प्रस्ताव को चर्चा के लिए उठाया जाएगा या नहीं? हालांकि स्पीकर द्वारा किसी प्रकार का आश्वासन नहीं मिलने के बाद डीएमके समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। उनके साथ तमिमम अंसारी और करुणास जो कि एआईएडीएमके के सदस्य है, ने भी सदन से वॉकआउट कर दिया।
CAA के समर्थन में भाजपा की रैली
सदन के बाहर स्टालिन ने पत्रकारों से कहा सीएए को लेकर देश भर में आग लगी है इसलिए डीएमके चाहती है कि चर्चा के लिए इस मुद्दे को उठाया जाए। हर जगह प्रदर्शन और हिंसा हो रही है। उल्लेखनीय है कि केरल विधानसभा में सीएए के विरोध में प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद स्टालिन विधानसभा में भी प्रस्ताव पारित करने की मांग कर रहे हैं।