अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर व्यापारियों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सरकार को यह नहीं समझना चाहिए कि मामले में लिप्त चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर उसका काम खत्म हो गया। मामले के संबंध में सरकार द्वारा उठाए जा रहे प्रत्येक कदम को जनता, राजनीतिक दल के नेता और व्यापारी करीब से देख रहे हैं। स्टालिन ने कहा गिरफ्तार हुए पुलिसकर्मियों के कुछ साथी के भी मामले में लिप्त होने की आशंका जताई जा रही है तो उनसे भी पूछताछ की जानी चाहिए। सातानकुलम पुलिस स्टेशन से जुड़े हैड कांस्टेबल के सहयोग नहीं करने और सीसीटीवी फुटेज हटाने वाले मामले को दोहराते हुए स्टालिन ने कहा वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग के बिना ऐसा करना संभव ही नहीं हो सकता है। आम लोगों को लगता है कि बिना उच्चाधिकारियों के सहयोग के कांस्टेबल द्वारा इन सारी गतिविधियों को अंजाम नहीं दिया जा सकता है।
पिछले कुछ दिनों में मामले के संबंध में सोशल मीडिया पर कई वीडियो भी वायरल हुई हैं। स्टालिन ने महिला हैड कांस्टेबल रेवती व उसके परिवार वालों और कोविलपट्टी मजिस्ट्रेट ब्रह्मदासन को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा देने की मांग की। जांच के दौरान सरकार को ब्रह्मदासन का सहयोग कर जिम्मेदार आरोपियों को सख्त सजा दिलानी चाहिए। मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी को यह नहीं समझना चाहिए कि सीबीसीआईडी को जांच सौंप कर उनका काम खत्म हो गया, बल्कि अब ही उनका कार्य शुरू हुआ है।