ब्लड प्रेशर और लो पल्स की वजह से जयाराम्या के दिल की महाधमनी छिल गई जिसके बाद उसके पेट में दर्द उठने लगा। उसे खून की उल्टियां आने लगी और नस की दीवार के अंदर तक खून तक चला गया। मरीज की हालत गंभीर हो गई और उसका तुरंत ऑपरेशन करना पड़ा। हालांकि, ऑपरेशन से मरीज की जान बचा ली गई।
डीन नम:शिवायम ने बताया कि जयाराम्या ने अधिक खून की उल्टियां की और पेशाब से खून निकल रहा था जिस वजह से उसका खून अधिक बह गया। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसे छह बोतल खून चढाया गया। डॉक्टरों की टीम उसपर लगातार निगरानी बनाए हुई थी।
सीटी स्कैन के बाद मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया और महाधमनी की सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी गई। एक अन्य डॉक्टर सी. षणमुगवेलायुदम ने बताया कि मरीज का बीपी अचानक से बढ़ गया, जिसके कारण एओर्टा नस छिल गई और महाधमनी छिलने से खून का प्रवाह प्रभावित हो गया था। सर्जरी के बाद जयराम्या की हालत स्थिर है।