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माताओं को शिक्षित करें : गुलाब कोठारी

locationचेन्नईPublished: Nov 02, 2018 01:28:11 pm

Submitted by:

P S VIJAY RAGHAVAN

– आचार्य महाश्रमण से चर्चा

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माताओं को शिक्षित करें : गुलाब कोठारी

चेन्नई. राजस्थान पत्रिका समूह के प्रधान सम्पादक गुलाब कोठारी ने आचार्य महाश्रमण से चर्चा में कहा समाज को संस्कारित बनाना है तो हमें इसकी शुरुआत माताओं से करनी होगी। माताओं को शिक्षित करने के लिए बड़े स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन करने की पहल करनी चाहिए। फिलहाल ये हालात बने हुए हैं कि माताओं के पास शिक्षा समाप्त हो रही है।
उन्होंने कहा कि माताओं को शिक्षित करने की कार्यशालाओं के अच्छे परिणाम आएंगे। मां के माध्यम से बच्चे भी जुड़ जाएंगे। आज की पीढ़ी टीवी, इंटरनेट और मोबाइल से चिपकी पड़ी है जिनको इनसे खींचना जरूरी है।
कोठारी ने सुझाव दिया कि जहां कहीं भी कोई जैन सिद्धांतों पर कार्य कर रहा है उनको प्रोत्साहित करने के लिए सम्मान देने का कार्यक्रम होना चाहिए। ऐसे प्रयास हों कि अच्छा कार्य करने वाले को जीवन के दौरान ही सम्मानित किया जाए। अन्य धर्म के लोगों को भी ऐसे पुरस्कार मिलें इससे जैन धर्म और समाज का विस्तार होगा। इस तरह जैन धर्म सभी धर्मों को लेकर आगे चल सकता है। आचार्य महाश्रमण ने तेरापंथ द्वारा दिए जा रहे विभिन्न पुरस्कारों और सम्मानों के बारे में गुलाब कोठारी को जानकारी दी।
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वृक्ष के समान होता है डाक्टर
चेन्नई. कोंडीतोप स्थित सुंदेशा मूथा भवन में विराजित आचार्य पुष्पदंत सागर ने कहा डाक्टर वृक्ष के समान होता है जो सर्दी, गर्मी और वर्षा को सहन कर फूल, फल, पत्र तो देते ही हैं साथ ही कार्बन डाईआक्साइड को हटाकर ऑक्सीजन देने का काम भी करते हैं। इसी प्रकार डाक्टर भी बीमारी से दूर स्वास्थ्य लाभ तो देते ही हैं साथ ही जीवन भी देते हैं। मधुर स्वभावी डा. रितेश किडनी विशेषज्ञ व उनकी धर्मपत्नी गुंजन दांतों की डाक्टर है। किडनी पेटे को शक्ति प्रदान करती है तो दांत मुख की शोभा हैं। रितेश का स्वभाव अंगूर की समान है, अंतस में राग-द्वेष का बीज नहीं है। परिवार को देखकर रामायण की याद आ जाती है, माता-पिता कौशल्या और दशरथ के समान हों तो दोनों राम लक्ष्मण के समान हैं। दोनों बहुएं सीता और उर्मिला के समान है। इसी प्रकार सारा परिवार धर्म और संस्कारों से सुसज्जित है एवं सेवाएं देता है। सेवा में सुनील का समर्पण अद्वितीय है, स्वास्थ्य में रितेश के हाथों में अतिशय है, पुष्पगिरी परिवार की कार्यों की अनुमोदना करता है।
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