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कोविड से हालात सामान्य होने के बाद हो सकते हैं स्थानीय निकाय चुनाव

locationचेन्नईPublished: Jun 22, 2021 12:06:40 am

कोविड से हालात सामान्य होने के बाद हो सकते हैं स्थानीय निकाय चुनाव- चेन्नई निगम भी लम्बे समय से बिना पार्षदों के काम कर रहा

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चेन्नई. तमिलनाडु सरकार ने कहा है कि राज्य में कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर शेष नौ ग्रामीण स्थानीय निकायों और सभी शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव आयोजित कराए जाएंगे। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने नवगठित 16वीं विधानसभा के अपने औपचारिक संबोधन में सोमवार को कहा कि डीएमके सरकार स्थानीय स्व सुशासन के सिद्धांत में मजबूती से विश्वास करती है और ग्रामीण तथा शहरी स्थानीय निकायों को सशक्त बनाएगी। उन्होंने कहा कि नौ जिलों में ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव और सभी शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव 2016 में आयोजित कराने थे लेकिन वह नहीं हो पाए थे। राज्य में कोरोना की स्थिति सामान्य होने के तुरंत बाद ही इन्हें आयोजित कराने के लिए त्वरित कदम उठाए जाएंगे। इससे पहले यह भी सुनिश्चित करना होगा कि परिसीमन कार्रवाई की प्रकिया पूरी कर ली गई है या नहीं।
मानसून से पहले हो सकते हैं चुनाव
सूत्रों की माने तो महापौरों और वार्ड पार्षदों के लिए निकाय चुनाव पूर्वोत्तर मानसून से पहले होने की संभावना है। आमतौर पर अक्टूबर के दौरान राज्य में मानसून पहुंचता है। इस बार राज्य में हालात अलग है। डीएमके दस साल बाद सत्ता में लौटी है। प्रमुख क्षेत्रीय दलों से टिकट को लेकर अभी से जोर आजमाइश का दौर शुरू हो चुका है। कोविड को दौरान भी पार्टी कार्यकर्ताओं को लोगों को मदद करते देखा गया था ताकि टिकट हासिल कर सकें।
डीएमके को जीत की उम्मीद
डीएमके को उम्मीद है कि इस बार वर स्थानीय निकाय चुनाव में भारी सफलता हासिल कर लेगी। दिसंबर 2019 में हुए ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनावों में डीएमके और एआईएडीएमके की करीबी लड़ाई थी। जनवरी 2020 में घोषित परिणामों में 513 जिला पंचायत वार्डों के परिणाम में डीएमके ने 243 सीटें जीती, एआईएडीएमके ने 214 सीटें जीतीं। . पंचायत यूनियन वार्डों के मामले में डीएमके को 2,097 सीटें और एआईएडीएमके ने 1,779 सीटें जीतीं। बीजेपी 85, भाकपा 62 और सीपीएम 33 सीटें जीतने में सफल रही।
अभी से नेताओं के चक्कर लगा रहे
डीएमके पार्षदों का एक वर्ग, जो एआईएडीएमके शासन के दौरान उपाध्यक्ष और अध्यक्ष के पद पर अप्रत्यक्ष चुनाव हार गया, ने एआईएडीएमके अध्यक्षों की बहुमत हिस्सेदारी को चुनौती देते हुए मदुरै, विल्लुपुरम, तेनी और विरुदनगर में जिला कलक्टरों को पत्र प्रस्तुत करने की योजना बनाई है। एक डीएमके कार्यकर्ता ने कहा,पांच साल से अधिक समय के इंतजार के बाद ग्रेटर चेन्नई में डीएमके और एआईएडीएमके के उम्मीदवार निकाय चुनावों के लिए कमर कस रहे हैं और पार्टी के जिला सचिवों और मंत्रियों के आवासों पर बार-बार आ रहे हैं कि वे नगर निकाय चुनाव में अपनी रुचि के बारे में बता रहे हैं।
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