गत तीन महीने पूर्व नेरकानमलै गांव के एक युवक की कर्नाटक में काम करते समय करंट लगने से मृत्यु हो गई और उसका शव वाहन से वानियम्बाड़ी तक लाया लेकिन गांव लेकर जाने के लिए परिजन काफी परेशान हो गए। फिर शव को डोली के जरिए पैदल उसके गांव पहुंचाया गया। इसी तरह गांव की एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए लोगों ने डोली के जरिए अस्पताल पहुंचाया जहां बड़ी मुश्किल से उसकी व बच्चे की जान बची। इन दोनों घटनाओं की जब अखबार में खबर छपी तब राज्य के कर व वाणिज्य मंत्री के. सी. वीरमणि एवं कलक्टर शिवन अरुल दोनों पैदल चलकर नेरकानमलै पर्वतीय गांव पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात कर उन लोगों की समस्याएं व मांगें सुनी। गांववसियों की पहली प्राथमिकता सड़क निर्माण करने की थी। मंत्री ने शीघ्र ही सड़क निर्माण करने का आश्वासन देने के साथ ही अन्य समस्याओं का भी समाधान करने की बात कही।
ग्रामीणों के आवागमन की समस्या को देखते हुए मंत्री व कलक्टर ने इन दो माह के भीतर वानियम्बाड़ी से नेरकानमलै पर्वतीय क्षेत्र के गांवों तक कच्ची सड़क का निर्माण करवा दिया। मंगलवार सुबह मंत्री के.सी. वीरमणि व श्रमिक कल्याण मंत्री नीलोफर कबीलव कलक्टर शिवन अरुल ने कच्ची सड़क का उद्घाटन कर नेरकानमलै पर्वतीय क्षेत्र के गांव पहुंचे। गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों ने मंत्रियों व कलक्टर की आरती उतार कर आभार प्रकट किए।