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आप मोटापे से हैं परेशान तो यह है उपाय

locationचेन्नईPublished: Oct 30, 2020 12:00:43 pm

आप मोटापे से हैं परेशान तो यह है उपाय

FAT

DR. NAMITA BHANDARI

चेन्नई. मोटापे के शिकार लोगों में कोरोना अधिक जानलेवा साबित हो रहा है। मोटापे के लोग पहले से ही कई बीमारियों से ग्रस्त होते हैं और ऐसे में इलाज मे अधिक परेशानी आती है। मोटापा जितना अधिक बढ़ता जाएगा उतना ही बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जाएगा।
चिकित्सकों की मानें तो मोटापे से ग्रस्त लोगों के इलाज में खास ध्यान देने की जरूरत होती है। इनके शरीर में अधिक वसा जमा हो जाने के चलते भी इन्हें मधुमेह, दिल की बीमारी आदि होने का खतरा अधिक बना रहता है। ऐसे में उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सीधा असर पड़ता है।
काफी घातक साबित
चिकित्सकों के अनुसार जिन लोगों में बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 23 से अधिक होता है, उन्हें कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना के चलते जिन लोगों की मौतें हुई है उनमें बड़ी संख्या मोटापे के शिकार लोगों की भी रही है। करीब तीस फीसदी मोटापे के लोगों को वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में यदि मोटापे का शिकार व्यक्ति कोरोना ग्रस्त हो जाता है तो उसके लिए काफी घातक साबित हो सकता है।
लीवर पर असर
चिकित्सकों का कहना है कि मोटापे के शिकार लोगों में किसी बीमारी के होने की आशंका अधिक रहती है। यह लीवर को भी प्रभावित करता है। इससे रक्त में आक्सीजन का प्रवाह कम होने लगता है। इसके चलते भी कोरोना का खतरा बरकरार रहता है।
90 फीसदी में बीएमआई 23 से अधिक
पिछले दिनों एम्स में किए एक अध्ययन में सामने आया कि 400 लोगों में 300 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 100 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव थी। मोटे लोगों में बीएमआई 23 से अधिक ही रहता है। ऐसे लोगों में कोरोना संक्रमित होने का खतरा दो गुना तक बढ़ जाता है। जिन 100 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई उनमे से 90 फीसदी में बीएमआई 23 से ज्यादा था।
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खान-पान का बैलेंस रहें
हम अपनी जीवन शैली में बदलाव कर मोटापे को कम कर सकते हैं। खान-पान में बैलेंस रखें। तेल-घी व भूनी चीजें कम से कम खाएं तथा फल-सब्जियों को अधिक खाएं। धान मिक्स हो और कोशिश यह रहें कि आटे को छानें नहीं और फायबर अधिक रहें। दालें छिलके वाली हो। तेल को भी हर 2-3 महीने में बदलते रहें। एक्सरसाइज को नियमित दिनचर्या में शामिल करें। योग-प्राणायाम करें। इसके साथ यह भी जरूरी है कि नींद पर्याप्त हो। कम से कम छह से आठ घंटे रोज नींद लेना जरूरी है। मोबाइल के लिए भी समय नियत कर दें।
– डॉ. नमिता भंडारी. आहार विशेषज्ञ।
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