शुरूआत में बालाजी ने 10 लाख लेकर 12 लाख का सोना देने का वादा किया। इसी तरह छोटे लेनदेन के साथ लोगों का विश्वास हासिल किया और बाद में पीडि़तों से सोने में अधिक निवेश करने का सुझाव दिया। उस पर यकिन करके पीडि़तों ने कई लाख, यहां तक करोड़ रुपए उसे दिए, लेकिन बाद में बालाजी ने उन्हें सोना नहीं दिया और पैसे वापस करने से भी इंकार करने लगा। पुदुचेरी के प्रवीन एलेक्सजेंडर नामक व्यक्ति से मिली शिकायत के आधार पर पेरियामेट पुलिस ने मामला दर्ज कर बालाजी और उसके पिता, जो एक तहसीलदार है, को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि बालाजी ने कई लोगों को धोखा दिया है और आने वाले दिनों में अधिक शिकायत प्राप्त होने की उम्मीद है। बालाजी दूसरों से ठगे गए पैसों से एक तेजतर्रार जीवन व्यतीत कर रहा था। दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शिकायतकर्ता प्रवीण, जिसने 50 लाख गवाया है, कथित तौर पर पुदुचेरी में किसी नेता का रिश्तेदार है। हालांकि पुलिस ने उसके पृष्ठभूमि के बारे में कुछ भी नहीं बताया।