आमतौर पर वे सुबह 9 बजे तक दुकान को खोल देता था, लेकिन सोमवार को दुकान नहीं खुला। जब दुकान का नौकर घर पर आया तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। खटखटाने के बाद भी जब किसी प्रकार की आवाज नहीं आई तो उसने पड़ोसियों से पूछताछ की। बाद में खिड़की के माध्यम से घर के अंदर देखा तो वहां पर सभी को फांसी पर लटकते पाया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा को तोड़ा और घर में गए तो पांचों लोग मृत पाए गए। विल्लुपुरम उप अधीक्षक नल्लाशिवम घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू किया। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी विल्लुपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।
पुलिस ने आशंका जताई है कि आत्महत्या करने से पहले दंपति ने बच्चों को मारा होगा। प्रारंभिक जांच के बाद पड़ोसियों और रिश्तेदारों से पता चला कि मोहनराज ने कई लोगों से लोन लिया हुआ था। कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण वे पैसे वापस करने में असमर्थ हो गया। चूंकि ब्याज भरने को लेकर दबाव आने के बाद वे काफी चिंतित हो गया। पुलिस ने संदेह जताया है कि सायद इस वजह से उसने ऐसा कदम उठाया होगा। हालांकि अन्य कारण का पता लगाने के लिए आगे की जांच पड़ताल की जा रही है।