मदुरै महिला विंग की उपसचिव के बेटे सहित 5 गिरफ्तार
चेन्नईPublished: Jul 30, 2019 11:39:16 am
Tirunelveli को हिला देने वाली पूर्व महापौर उमा माहेश्वरी, उसके पति मुरुगशंकरन और नौकरानी मारी की हत्या Former mayor murder के मामले में पुलिस ने मदुरै Madurai की महिला विंग की उपसचिव सीनीअम्माल के बेटे के साथ ही चार भाड़े के अपराधियों को गिरफ्त में लिया है।
–मामले की जांच सीबी-सीआईडी को सौंपी
मदुरै महिला विंग की उपसचिव के बेटे सहित 5 गिरफ्तार
चेन्नई. तिरुनेलवेली Tirunelveli को हिला देने वाली पूर्व महापौर उमा माहेश्वरी, उसके पति मुरुगशंकरन और नौकरानी मारी की हत्या के मामले में पुलिस ने मदुरै Madurai की महिला विंग की उपसचिव सीनीअम्माल के बेटे के साथ ही चार भाड़े के अपराधियों को गिरफ्त में लिया है। गत 23 जुलाई को दिन-दहाड़े हुए इस तिहरे हत्याकांड के छह दिन बाद पुलिस के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने आरोपी को पकडऩे के लिए तीन टीमें गठित की थी। इनमें से इंस्पेक्टर पेरियास्वामी के नेतृत्व में एक टीम ने कार्तिक उर्फ कार्तिकेयन (39) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे हत्याकांड वाले क्षेत्र रोज नगर के भोजनालयों और मंदिर की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा है जिसमें उसकी कार वहां से गुजरती दिखाई दे रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये इस मामले को सुलझाने की मजबूत कड़ी है। इस हत्याकांड से कुछ राजनीतिक तार भी जुड़े हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इस हत्याकांड के दो दिन बाद ही पुलिस ने शक की बिना पर मदुरै की महिला विंग की उपसचिव सीनीअम्माल से 45 मिनट तक पूछताछ की थी। उसने अपनी तबीयत खराब होने और उपचार के लिए बेटे के पास रहने की बात कहते हुए आरोप को पूरी तरह से नकार दिया था। लेकिन पुलिस को जानकारी मिली थी कि उपसचिव और पूर्व मेयर के बीच चुनाव में टिकट दिलाने के वादे पर हुए लेनदेन को लेकर मनमुटाव चल रहा है। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी दस मिनट तक घटनास्थल पर रहे। उन लोगों ने वहां लूट की घटना दिखाने के लिए गहने भी चुराए। उस क्षेत्र के मोबाइल कॉल की डिटेल निकलवाने पर पुलिस को पता चला कि क्षेत्र में खड़ी स्कॉर्पियों का मालिक कार्तिकेयन ही है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की। इसके अलावा इस मामले में चार और लोगो को गिरफ्तार किया है। ये लोग भाड़े के बदमाश हैं। डीएमके प्रमुख स्टालिन और कनिमोझी ने मृतकों के परिवार से मिलकर संवेदना जताई थी और इसे राज्य में कानून व्यवस्था की भयावह स्थिति करार दिया था। फिलहाल सारे मामले में डीएमके कैडर का हाथ होने की बात सामने आने पर डीएमके को झटका लगा है। मामले की जांच सीबी-सीआईडी को सौंप दी गई है ।