चंगलपेट, तिरुवल्लूर और चेन्नई के फोर्ड के 50 से अधिक ऑटो पाट्र्स आपूर्तिकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद ग्रामीण उद्योग मंत्री टीएम अंबरसन ने कहा कि सरकार को जानकारी मिली है कि फोर्ड एक सेटलमेंट पैकेज की घोषणा करने की प्रक्रिया में है। इस महीने की शुरुआत में फोर्ड के फैसले के बारे में रिपोर्ट सामने आने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कर्मचारियों की आजीविका की सुरक्षा के बारे में चर्चा की, जिसमें एक अन्य वाहन निर्माता द्वारा सुविधा को संभालने की व्यवहार्यता भी शामिल है।
अनबरसन ने कहा कि फोर्ड ने 2022 तक अपने कारखाने को बंद करने के अपने फैसले की घोषणा की है और हमें जानकारी मिली है कि यह कर्मचारियों को एक समझौता पैकेज की घोषणा करने की प्रक्रिया में है। वहीं सरकार द्वारा की गई टिप्पणियों के बाद फोर्ड इंडिया ने कहा, हम संघों और अन्य हितधारकों के साथ काम करेंगे ताकि प्रभाव को संतुलित करने और पुनर्गठन से सीधे प्रभावित लोगों की देखभाल करने में मदद मिल सके।
ज्ञातव्य है कि फोर्ड ने अपने चेन्नई और साणंद (गुजरात) संयंत्रों में लगभग 2.5 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश किया है, इन कारखानों में तैयार किए गए इकोस्पोर्ट, फिगो और एस्पायर जैसे वाहनों की बिक्री बंद की जाएगी।