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चेन्नई

विदेशी जोड़े ने हनीमून ट्रिप के लिए किराए पर ली पूरी ट्रेन

एक नवविवाहित विदेशी जोड़े ने अपने हनीमून को यादगार बनाने के लिए शुक्रवार को नीलगिरि माउंटेन रेलवे (एनएमआर) की मेट्टपालयम-ऊटी…

चेन्नईSep 16, 2018 / 09:34 pm

मुकेश शर्मा

Foreign Trains Hired for Honeymoon Trip

Foreign Trains Hired for Honeymoon Trip

कोयम्बत्तूर।एक नवविवाहित विदेशी जोड़े ने अपने हनीमून को यादगार बनाने के लिए शुक्रवार को नीलगिरि माउंटेन रेलवे (एनएमआर) की मेट्टपालयम-ऊटी ट्रेन को किराए पर ले लिया। नीलगिरि माउंटेन रेलवे को विश्व विरासत का दर्जा प्राप्त है।

रेलवे सूत्रों ने बताया कि ब्रिटेन के ग्राहम व पोलैंड की सिल्विया शादी के बाद भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने हनीमून को अनोखे अंदाज में मनाने के लिए मेट्टपालयम से ऊटी तक संचालित होने वाली ट्रेन को किराए पर लेने का निर्णय किया। इसके लिए ग्राहम ने भारतीय रेलवे से संपर्क किया। तय किया गया कि तीन कोच की ट्रेन के सभी टिकटों की राशि पर विदेशी जोड़े के लिए स्पेशल ट्रेन संचालित की जा सकती है। यह राशि दो लाख पिच्यासी हजार रुपए बनती है। विदेशी जोड़े ने इस पर सहमति जताई।

शुक्रवार सुबह चेन्नई एक्सपे्रस से दोनों मेट्टपालयम पहुंचे। यहां स्टेशन अधीक्षक ने नवविवाहित युगल का भारतीय परंपरानुसार स्वागत किया। अधिकारियों ने नीलगिरि माउंटेन ट्रेन के इतिहास व तकनीक की जानकारी दी। ट्रेन को देख कर जोड़ा रोमांचित था। दोनों ने सैकड़ों साल पुराने इंजन के फोटो खींचे। सुबह करीब नौ बजे विदेशी जोड़े को लेकर तीन स्पेशल कोच की यह ट्रेन ऊटी के लिए रवाना हो गई।

पेशे से अभियंता ग्राहम ने बताया कि सिल्विया से उसकी पहली मुलाकात एक स्टीम इंजन में हुई थी। दोनों ने बताया कि हनीमून के लिए भारत से अच्छा देश शायद ही कोई है। यहां के लोग मिलनसार हैं। यह अपनी प्राचीन सत्यता, स्थापत्य, अध्यात्म व भूगोल की वजह से अनूठा है।

एनएमआर द्वारा की गई विशेष यात्रा के बारे मेें रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को आकर्षित करने के लिए इस तरह की विशेष व्यवस्था की जाएगी। कोई भी तीन लाख रुपए में बुकिंग करवा कर ट्रेन का उपयोग कर सकता है।

यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल नीलगिरि माउंटेन रेलवे रोजाना सुबह ७.१० बजे मेट्टपालयम से ऊटी तक ट्रेन का संचालन करती है।

इसलिए खास है नीलगिरि माउंटेन रेलवे

ब्रिटिश राज में ऊटी हिल स्टेशन तक आवागमन आसान बनाने के लिए साल १९०८ में मेट्टूपालयम -ऊटी के बीच ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था। आज भी कुन्नूर तक ट्रेन का परिचालन भाप के इंजन से होता है। जुलाई 2005 में यूनेस्को ने नीलगिरि माउंटेन रेलवे को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी थी। माउंटेन रेलवे सिंगल रेलवे ट्रैक है। मेट्टूपालयम से ऊटी के बीच 46 किलोमीटर के सफर में 208 मोड़, 16 टनल और 250 ब्रिज पड़ते हैं। हिल स्टेशन ऊटी पहुंचने में ट्रेन को सामान्यत: पांच घंटे लगते हैं।

पश्चिमी घाट के घने जंगल, चाय के बागानों, झरनों, नदी-नालों की छटा वाला यह ट्रेक फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद है। शाहरुख खान द्वारा अभिनीत हिंदी फिल्म दिल से का प्रसिद्ध गीत छैयां -छैयां सहित कमल हासन-श्रीदेवी अभिनीत सदमा फिल्म के क्लाईमैक्स का फिल्मांकन भी इसी ट्रेन पर हुआ था।

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