प्राप्त जानकारी के अनुसार चिनामल्लूर पुलिस थाने में नियुक्त पुलिसकर्मी वेलमुरुगन सेवानिवृत्त होने के बाद इलाके में अपने पैसे से इस मंदिर का निर्माण कराया। यह मंदिर एचआर एंड सी के अंतर्गत नहीं आता।
मंदिर में लगे इस नामपट्ट को देखने के बाद यह सूचना इलाके में आग की तरह फैलने लगी। सूचना मिलते ही एआईएडीएमके के कार्यकर्ता ने चुनाव अधिकारी के पास जाकर मामले की शिकायत की और स्पष्ट किया कि इसमें उनकी पार्टी या उनके किसी कार्यकर्ता का हाथ नहीं है।
इसके बाद आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की और शनिवार को यह गिरफ्तारी हुई। इसके बाद आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की और शनिवार को यह गिरफ्तारी हुई।