इस प्रोग्राम के लांच के मौके पर डेकोरेटिव डिविजन के प्रेसिडेंट एस.महेश आनंद, निगम की एमडी आईएएस बी.जोति निर्मलासामी, कार्यकारी निदेशक वी.विष्णु, आरडीएटी की संयुक्त निदेशक एम.शाजहान तथा पीसीएससी के उपाध्यक्ष सुरेश मोहनदास उपस्थित थे। यह प्रशिक्षण प्रोसीड प्रशिक्षण अकादमी में निशुल्क दिया जाएगा। पेंटर इस अनुभव से और सक्षम होंगे और उद्योग जगत की जरूरतें पूरी होंगी। वे नए प्रौद्योगिकीय विकास से लैस होंगे। पहले चरण में तीन महीने में 3,000 पेंटरों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
स्टालिन पर जयकुमार ने साधा निशाना
मछली पालन मंत्री डी. जयकुमार ने डीएमके चीफ एम. के. स्टालिन पर निशाना साधा कि उनकी हालत जंगल में दिशा भटक चुके शख्स की तरह हो गई है।जयकुमार ने शनिवार को पत्रकारों से वार्ता में आरोप लगाया कि कोडनाड़ प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के ताल्लुकात डीएमके से है। स्यान और मनोज डीएमके के नियंत्रण में हैं। डीएमके के अधिवक्ता ने ही इन दोनों को जमानत दिलाई है। एआईएडीएमके को बदनाम करने की नीयत से डीएमके काम कर रही है। स्टालिन की हालत जंगल में दिशा भटके युवक की तरह हो गई है। जनता जानती है कि डीएमके का हमेशा दोगला आचरण रहा है। चुनाव के वक्त और बाद में वह अलग बर्ताव करती है।
मंत्री ने कहा कि एआईएडीएमके हिमालय पर्वत की तरह है। अगर गठबंधन होता है तो वह एआईएडीएमके के नेतृत्व में ही होगा। पार्टी अपनी पहचान से समझौता नहीं करेगी। भाजपा समेत किसी भी पार्टी से एआईएडीएमके को कोई भय नहीं है। हमें किसी तरह की चिंता करने की भी जरूरत नहीं है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य के आतिशबाजी उद्योग के संरक्षण के लिए सरकार भरसक प्रयास करेगी।