हालांकि विल्लुपुरम के एसपी राधाकृष्णन ने कहा है कि सामाजिक कार्यो के लिए ही सिर्फ एफओपी का उपयोग किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सातानकुलम मामले की जांच कर रहे सीबी-सीआईडी के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. शंकर ने शुक्रवार को जांच पड़ताल में राज्य की सत्तारूढ पार्टी और किसी मंत्री के हस्तक्षेप करने के आरोप से इंकार कर दिया था। सीबीसीआईडी कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत में सत्तारूढ पार्टी के नेताओं के हस्तक्षेप को लेकर पूछे जाने पर आईजी ने कहा ऐसा बिलकुल नहीं हैं। मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा था कि मामले में एफओपी की लिप्तता का भी दावा किया जा रहा है और आगे की कार्रवाई करने से पहले अधिकारी छानबीन करेंगे।