यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि मुख्यमंत्री ने एक स्वचालित वॉइस कॉल भी लांच किया जिसके माध्यम से वे कोरोना को मात देकर वापस लौटे एक लाख लोगों को बधाई देंगे। नाइपर ब्रीज और डॉ राधाकृष्णन सालै में लगे कलर लाइट्स का भी उद्घाटन किया गया। इन सब के अलावा मुख्यमंत्री ने टीएनपीएससी द्वारा राजस्व विभाग के लिए चयनित हुए 505 सर्वेक्षर और 20 जूनियर सहायकों को नियुक्ति पत्र प्रदान की। पुदुकोट्टै सरकारी अस्पताल में 24.40 करोड़ की लागत से तैयार हुए किडनी उपचार विशेष केंद्र का भी उद्घाटन किया गया।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 4.६८ करोड़ की लागत से तैयार हुए कई मेडिकल इमारतों का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने प्रशासनीक इमारत, संग्रहालय, छात्र और छात्राओं के लिए छात्रावास के निर्माण की भी आधारशीला रखी। 80.९८ करोड़ की लागत से इनको तैयार किया जाएगा। कड्लूर जिले के मंगलूर में 3.७८ करोड़ की लागत से तैयार हुए मक्का मूल्य संवर्धन केंद्र का भी उद्घाटन किया।
-सभी को दिया जाएगा ई पास
राज्य भर में दौरा करने के लिए सरकार द्वारा अनिवार्य किए गए ई पास प्रणाली को खत्म करने की लगातार हो रही मांगों के बीच मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 17 अगस्त के बाद से ई पास का आवेदन करने वालों को तत्काल पास देने का निर्देश दिया। हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया कि अन्य राज्यों और विदेश से आने वालों के लिए ई पास की स्थिति पहले जैसी होगी। उन्होंने कहा कि संबंधित मोबाइल नंबर के साथ आधार कार्ड या राशन कार्ड देकर ई पास का आवेदन करने वालों को तत्काल ई पास दिया जाएगा।
लोगों की समस्याओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा अति आवश्यक होने के बाद ही लोगों को इस सुविधा का लाभ लेना चाहिए। इसके अलावा कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सामाजिक दूरी के साथ लोगों को सरकार के नियमों का सख्ती से पालन भी करना चाहिए। शादी समारोह में शामिल होने, मेडिकल आपातकाल, करीबी रिस्तेदारों की मृत्यु और अन्य काम व फंसे हुए लोगों को अन्य जगह जाने के लिए ई पास दिया जा रहा है।
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए इस तरह की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। लेकिन पास प्राप्त करने में हो रही कठिनाई के बाद डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एल. मुरुगन समेत अन्य राजनीतिक दल के नेताओं ने सरकार से ई पास प्रणाली को समाप्त करने का आग्रह किया था।