इस सुविधा के लिए राज्य सरकार ने १.१७ करोड़ रुपए का आवंटत किया है। उन्होंने बताया कि राज्यभर के स्कूलों के प्रवेश और निकास द्वार पर आरएफआइडी स्कैनर लगाया जाएगा। शिक्षक के स्कूल में प्रवेश करते ही स्कैनर में समय सीमा समेत अन्य सारी जानकारी स्टोर हो जाएगी। स्कैनर में आने वाली पूरी जानकारी को स्कूल के प्रबंधन के साथ साझा किया जाएगा। उन्होंने बताया यह भी बताया कि साल के अंदर ही स्मार्ट कार्ड योजना शुरू कर साल के अंत तक सभी शिक्षकों को कार्ड दे दिया जाएगा। तमिलनाडु टैक्स्ट बुक एंड एजुकेशन सर्विस कार्पोरेशन कार्ड बनाने के लिए एक एजेंसी नियुक्त करेगा।