इससे पहले राज्य के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री के ग्रीनवेज आवास पर मुलाकात कर उनकी सेहत की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार आंखों की सर्जरी के बाद ही ओपीएस मुख्यमंत्री से मिलने वाले थे लेकिन डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को आराम करने का सुझाव दिया था, इस कारण वे नहीं गए थे। गौरतलब है कि टी. नगर स्थित राजन आई केयर हास्पिटल के मुख्य चिकित्सक मोहन राजन ने ४ फरवरी को मुख्यमंत्री का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया था। उस दौरान सरकारी नेत्र अस्पताल की निदेशक डॉ महेश्वरी भी उपस्थित थी। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों की सलाह पर मुख्यमंत्री वापस घर लौट गए थे।
मुख्य न्यायाधीश अपने नाम के गलत इस्तेमाल से नाराज
शास्त्रीनगर पुलिस थाने में लिया गया व्यवहार में
महानगर के एक पुलिस थाने में मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश ने अपना नाम व्यवहार में लाकर जांच प्रभावित करने की घटना पर असंतोष व्यक्त किया है। सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में मुख्य न्यायाधीश ने सरकारी वकीलों से हाईकोर्ट में बात की और स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी कानूनी कार्रवाई व जांच में हस्तक्षेप न तो करती हैं और न ही करेंगी। उन्होंने इस घटना के बारे में विस्तृत रिपोर्ट की भी मांग की है और घटना में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाईका निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि चेन्नई के शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन में कुछ लोगों ने मद्रास हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश के नाम का प्रयोग कर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की।
इसकी जानकारी मुख्य न्यायाधीश को लगी तो उन्होंने तुरंत इस घटना पर संज्ञान लिया। अतिरिक्त महाधिवक्ता एसआर राजगोपाल ने मुख्य न्यायाधीश को भरोसा दिलाया कि मामले की विस्तृत जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एक रिपोर्ट कोर्ट में जल्द पेश की जाएगी।
रेत आयात पर सुनवाई सोमवार तक के लिए टली
राज्य सरकार द्वारा रेत आयात के फैसले के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई को मद्रास हाईकोर्ट ने १२ फरवरी तक के लिए टाल दिया है। कोयम्बत्तूर स्थित तमिल दैनिक अखबार के एल. आदिमूलम द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई न्यायाधीश इंदिरा बनर्जी और न्यायाधीश अब्दुल कुद्दोस ने सुनवाई सोमवार तक के लिए टाल दी। गौरतलब है कि गत २९ नवम्बर २०१७ को हाईकोर्ट ने सरकार को आदेश दिया था कि राज्य में सभी रेत खनन को छह महीने के लिए बंद कर दिया जाए।