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ग्रेनाइट उद्योग को लगे पंख

locationचेन्नईPublished: Dec 06, 2018 01:57:41 pm

– वंचित गांवों को मिले पानी -राजस्थान पत्रिका के ‘टॉक शो’ में बोले जालोर प्रवासी

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ग्रेनाइट उद्योग को लगे पंख

चेन्नई. अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित जालोर विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों मेंं अब तक नर्मदा का पानी नहीं पहुंचा है। जालोर में ग्रेनाइट की कई इकाइयां हैं और इसे एक हब के रूप में विकसित किया जा सकता है। इलाके में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं जिन्हें विकसित कर पर्यटन से जोड़ा जा सकता है। जालोर जिले के लोग बड़ी संख्या में तमिलनाडु में बिजनेस कर रहे हैं। रेल सुविधाओं में सुधार व विस्तार की मांग वे लगातार करते रहे हैं। जालोर जिला मुख्यालय पर स्थित अस्पताल में संसाधन व सुविधाओं का अभाव है। जालोर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं तो केशवणा, पांथेड़ी, जीवाणा समेत कुछ गांवों में हाईमास्क लाइटें भी लगी हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान पत्रिका के चुनावी ‘टॉक शो’ में क्षेत्र के प्रवासियों ने यहां फ्लोराइड युक्त खारे पानी से निजात दिलाने, नर्मदा नहर का मीठा पानी उपलब्ध कराने एवं चिकित्सालय में रिक्त पदों को भरने की बात कही। इस बार चुनाव आयोग ने पहली बार नवाचार का प्रयोग करते हुए राजस्थान के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदान केन्द्र स्थापित किए हैं। यहां मतदान दल के साथ ही कानून व्यवस्था का जिम्मा भी महिलाओं के कंधे पर ही होगा। जालोर विधानसभा में 2013 में भाजपा की अमृता मेघवाल ने कांग्रेस के रामलाल मेघवाल को हराया था। 2008 में कांग्रेस के रामलाल मेघवाल ने भाजपा के जोगेश्वर गर्ग को पटकनी दी थी। पिछले छह चुनाव में पांच बार भाजपा को विजयी मिली है।
बिछा सडक़ों का जाल
नून के भोमराज राजपुरोहित ने कहा क्षेत्र में सडक़ों का जाल बिछा है। बिजली बिल कम व्यय के बाद भी कई बार अधिक राशि के भेज दिए जाते हैं। इस व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। जनप्रतिनिधि जो वादे करते हैं उन पर खरे उतरें। प्रवासियों की एक प्रमुख समस्या रेल को लेकर हैं। रेल सेवा का विस्तार होने का साथ ही इसके फेरे बढ़ाए जाने चाहिए।
उद्योगों से मिला रोजगार
सांथू निवासी गिरधारीलाल प्रजापत कहते हैं, इलाके में औद्योगिक इकाइयों के चलते लोगों को रोजगार मिला है। सांथू के संस्कृत बालिका विद्यालय को क्रमोन्नत कराने के साथ ही विद्यालय की चारदीवारी का निर्माण करवाया गया है। पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग के प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में खूब कार्य हुआ था। केन्द्र की मोदी सरकार का काम अच्छा है। इसलिए केन्द्र में फिर से भाजपा की सरकार ही बननी चाहिए ताकि हर वर्ग के लोगों को फायदा मिल सके।
चिकित्सा सुविधाओं की कमी
बाकरा के भबूतमल कहते हैं, चिकित्सा सुविधाओं की कमी अखरती है। ऐसे में लोगों को इलाज के लिए गुजरात जाना पड़ता है। जालोर के अस्पताल में कई बार तो दवाइयां नहीं मिल पाती तो कई बार चिकित्सक ही नदारद रहते हैं। किसानों को पूरी बिजली नहीं मिल रही है। बिजली की अनियमितता का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। फसल के लिए भी उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
नलों में आ रहा खारा पानी
बाकरा के नरसाराम राव ने कहा नलों में खारा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को बाजार से कैन खरीदकर लाने पड़ते हैं। ग्रामीणों को एक बड़ी राशि पानी खरीदने में खर्च करनी पड़ रही है। बाकरा में अस्पताल तो बना है लेकिन स्टाफ की कमी बनी हुई है। ऐसे में मरीजों को दिक्कत होती है।
शिक्षा पर विशेष फोकस
रेवतड़ा के भंैरूलाल जैन कहते हैं, जालोर से रेवतड़ा तक 30 किमी पक्की सडक़ बनी है। शिक्षा पर सरकार ने विशेष ध्यान दिया है। कम्प्यूटर के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाने लगी है। भाजपा के शासन में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। पहले सरकारी दफ्तरों में कामकाज के लिए कई बार चक्कर लगाने पड़ते थे। अब हालात में काफी सुधार हुआ है और इससे लोगों को राहत मिली है।
महंगी दरों पर खरीद रहे पानी
रेवतड़ा के मंगलचंद कहते हैं, इलाके में कई सडक़ें अच्छी हुई है। पहले कई स्थानों पर सडक़ें कच्ची थी जिन्हें पक्का किया गया है। इससे लोगों को काफी सुविधा मिली है। वैसे इलाके में पेयजल की किल्लत अब भी बरकरार है। ऐसे में गर्मियों के समय पानी के लिए अधिक मारामारी रहती है। लोगों को महंगी दरों पर पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है।

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