तमिलनाडु सहित देशभर के अन्य राज्यों में साल में सवा तीन सौ दिन अच्छी धूप खिलती है। इस ऊष्मा को विद्युत ऊर्जा में तब्दील करने के उपायों के तहत को लेकर डीएमके के राज्यसभा सांसद पी. विल्सन ने प्रश्न किया था। वे जानना चाहते थे कि नव और नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय देश में सोलर और अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट के विकास को लेकर क्या कर रहा है?
३८२६६ मेगावॉट की क्षमता
केंद्रीय नव और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने लिखित में जवाब दिया कि १५ राज्यों में ५६ सौर ऊर्जा पार्क को अनुमति दी गई है जिनकी कुल क्षमता ३८२६६ मेगावॉट है। सबसे ज्यादा सोलर पार्क मध्यप्रदेश और राजस्थान में (क्रमश: ९-८) है।
तमिलनाडु में दो सोलर पार्क बंद
सौर ऊर्जा की प्रबल संभावना वाले तमिलनाडु में केंद्र सरकार ने २ सोलर ऊर्जा पार्क को अनुमति देने के बाद इसके विकास की मंथर गति को देखते हुए इनको बंद कर दिया। ये दोनों ऊर्जा पार्क रामनाथपुरम में ५००-५०० मेगावॉट की क्षमता से विकसित होने थे। तमिलनाडु की बात करें तो राज्य में नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन १५२५० मेगावॉट है।
एक मेगावॉट से रोजगार
सोलर ऊर्जा से सृजित रोजगार को लेकर ॅऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद, नैशनल रिसोर्स डिफेंस कौंसिल (एनआरडीएफ) न्यूयॉर्क और स्किल कौंसिल फॉर ग्रीन जॉब्स का आकलन है कि इस क्षेत्र में निर्माण स्तर पर प्रति मेगावॉट २.७ व्यक्ति तथा परिचालन व अनुरक्षण स्तर पर प्रति मेगावॉट ०.५ व्यक्ति को रोजगार नसीब हो सकता है।
देश के प्रमुख राज्यों में सोलर पार्क
राज्य सोलर पार्क कुल क्षमता
आंध्रप्रदेश ५ ४२०० मेगावॉट
गुजरात ६ ११५७५ मेगावॉट
मध्यप्रदेश ९ ६०८० मेगावॉट
राजस्थान ८ ६०८६ मेगावॉट
उत्तरप्रदेश ६ ३३६५ मेगावॉट
भारत में ३.४ मिलीयन रोजगारMore than 100,000 people are working in India’s growing solar & wind markets, and the country can create 3.4 million more jobs as part of its renewable energy expansion goals by 2030. Good jobs & a better climate. @MNRE @CEEW @SCGJ @NRDC https://t.co/6mOBjtbuRP
— Manish Bapna (@ManishBapnaNRDC) January 28, 2022
भारत में विकसित हो रहे सोलर और विंड एनर्जी बाजार एक लाख से अधिक लोग कार्य कर रहे हैं। भारत सरकार के २०३० तक के नवीनीकरण ऊर्जा के लक्ष्य को ध्यान में रखा जाए तो ३.४ मिलीयन लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
मनीष बापना, अध्यक्ष व सीईओ, एनआरडीसी न्यूयॉर्क