ईरोड. अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने रविवार को कहा कि वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) ने प्रत्येक सेक्टर को प्रभावित किया है इसलिए इसे कचरे के डब्बे में डाल देना चाहिए। जिले में अपने दौरे के दूसरे दिन संवाददाताओं से वार्ता में उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष
राहुल गांधी की टिप्पणी कि नोटों का
विमुद्रीकरण नहीं होना चाहिए था, का समर्थन करते हुए कहा हालांकि ५०० और १००० के नोटों को बंद करने का निर्णय सही था लेकिन इस निर्णय को सही तरीके से नहीं निभाया गया। ऐसे में मैं राहुल गांधी की इस टिप्पणी का समर्थन करता हूं। गोबी चेट्टीपालयम में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा इंजीनियरिंग और मेडिकल पर ही
ध्यान केंद्रित करने के बजाय युवाओं को कृषि क्षेत्र में भी आगे बढऩा चाहिए। पूरी उपजाऊ भूमि युवाओं का इंतजार कर रही है ऐसे में युवाओं को कृषि की नवीनतम तकनीकें सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा गोबी चेट्टीपालयम को बुनाई उद्योग के रूप में जाना जाता है लेकिन वर्तमान में सिर्फ बुजुर्ग लोग ही इनस
काम में लगे हैं। उनके जाने के बाद यह काम ठप्प हो जाएगा, ऐसे में युवाओं को इस काम को भी आगे बढ़ाने की जरूरत है।
कमल हासन ने कहा एक दिन के भीतर राज्य में पूरी तरह से शराबबंदी कराना आसान नहीं है बल्कि लोगों को इसकी हानियां बताने की जरूरत है। अगर एक दिन में राज्य में पूरी तरह से शराबबंदी की गई तो शायद लोग इससे भी बुरी आदत के शिकार हो सकते हैं।
इसके अलावा अभिनेता ने मोड्डाकुरुचि, वीरपछत्रम, चितौड़ और कविंडापाडी में भी लोगों से मुलाकात की। गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा था कि विमुद्रीकरण नहीं होना चाहिए था। मलेशिया में लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर मैं प्रधानमंत्री होता और मेरे सामने विमुद्रीकरण का कोई प्रस्ताव आता तो मैं ऐसा करने के बजाय इसे कचरे के डब्बे में डाल देता।