समूची जिंदगी मानवता की सेवा में लगा दी गुरु नानक देव ने
गुरु नानक देव (Guru nanak dev) का 550 वां प्रकाश उत्सव, हुए कई धार्मिक आयोजन, गुरुद्वारे (Gurudwara) में मत्था टेकने वालों का लगा तांता
Guru Nanak Dev devoted his entire life to the service of humanity
चेन्नई. गुरु नानक देव ने अपनी पूरी जिंदगी मानवता की सेवा में लगा दी। उन्होंने लोगों को पाखंडवाद से दूर रहने का सलाह दी। गुरु नानक देव एक दार्शनिक, समाज सुधारक, कवि, योगी एवं देशभक्त थे। उन्होंने सिख धर्म की स्थापना की। उनका जन्म दिन प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।
सिख पंथ के प्रथम गुरु गुरुनानक देव का 550 वां प्रकाशोत्सव पर्व मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर कई धार्मिक आयोजन हुए। मुख्य समारोह टीनगर जीएन चेट्टी रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में हुआ। प्रकाशोत्सव को लेकर गुरुद्वारे में विशेष सजावट की गई। कीर्तन दरबार आयोजित किया गया। कथा वाचकों ने जहां गुरु नानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला वहीं रागी जत्थों ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया।
प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरुनानक देव की महिमा का गुणगान किया गया। गुरुद्वारे में सुबह से ही मच्छा टेकने वालों का तांता लगा रहा।
शबद कीर्तन का आयोजन
सुबह 8 बजे से कीर्तन शुरू हुआ फिर शाम को भी भजन-कीर्तन के कार्यक्रम हुए। सुबह शबद कीर्तन ज्ञान प्रतिपालसिंह चेन्नई ने प्रस्तुत किया। इसके बाद शबद कीर्तन ी सत्संग सभा, संगत आवड़ी, संगत ताम्बरम की ओर से आयोजित किया गया। इसके बाद कविता एवं व्याख्यान हुए। फिर सिख विरसा, भाई अमरजीतसिंह, भाई भूपेन्द्रसिंह, भाई जगतारसिंह कीर्तन की प्रस्तुति दी। सायं ी सत्संग सभा, खालसा पंथ की जीत जत्था, ज्ञानी प्रतिपालसिंह, भाई अमरजीतसिंह, भई जगतारसिंह कीर्तन की प्रस्तुति दी।
विशेष सजावट
इस मौके पर श्री गुरु नानक सत संग सभा के अध्यक्ष सरदार हरबंससिंह, महासचिव सरदार बलबीरसिंह लोटा समेत अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे। महोत्सव को लेकर गुरुद्वारा साहिब में विशेष सजावट व रोशनी की गई। प्रकाशोत्सव में शामिल होने के लिए महानगर के विभिन्न इलाकों से सिख समुदाय के लोग परिवार के साथ पहुंचे।
इस मौके पर पंजाब एसोसिएशन, पंजाब यूथ एसोसिएशन समेत विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं की ओर से भी खान-पान के स्टाल लगाकर कार्यक्रम में सहयोग किया गया।