सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने एक विज्ञप्ति में बताया कि एजेंसी की अलग-अलग टीमों ने बुधवार सुबह गुटखा घोटाले में चेन्नई, तिरुवल्लूर, तुत्तुकुड़ी, पुदुचेरी, बेंगलूरु, मुम्बई, गुंटूर सहित ३५ जगहों पर एक साथ छापा मारा। बुधवार सुबह २० से अधिक सीबीआई अधिकारियों ने एक साथ स्वास्थ्य मंत्री विजय भास्कर, डीजीपी टी. के. राजेन्द्रन के आवास पर दबिश दी।
यहां पड़े छापे…
स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर के आवास
पूर्व मंत्री बी. वी. रमणा के आवास
पुलिस महानिदेशक टीके राजेन्द्रन के आवास
पूर्व पुलिस महानिदेशक एस. जॉर्ज के आवास
सहायक पुलिस आयुक्त, मदुरै मण्णार मण्णन के आवास
विल्लुपुरम टाउन के डीएसपी शंकर के आवास
पुलिस निरीक्षक संपत कुमार के आवास
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी सेंथिल मुरुगन के आवास
डा. लक्ष्मी नारायण के आवास
ई. शिव कुमार के आवास
केंद्रीय उत्पाद शुल्क की आर. गुलजार बेगम, आर. के. पांडियन व शेषाद्री के आवास
बिक्री कर विभाग के अधिकारी पन्नीरसेल्वम, कुरंजीसेल्वम व गणेशन के आवास
जयम ग्रुप के प्रमोर्टर्स/निदेशक एवी माधव राव, उमा शंकर गुप्ता व श्रीनिवास राव के आवास
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री व पुलिस महानिदेशक के आवास पर सीबीआई छापे
यह छापेमारी वर्ष 2016 में हुए तमिलनाडु में गुटखा घूस कांड का हिस्सा मानी जा रही है। इस छापेमारी में सीबीआई की कई टीमें शामिल थी। इस स्कैम में तमिलनाडु के कई आला अधिकारियों और मंत्रियों के नाम भी सामने आने के बाद इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। इसमें राज्य के पुलिस अधिकारियों के भी शामिल होने के आरोप के चलते मामले की जांच सीबीआई के हवाले कर दी गई।