मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में नीलगिरि जिले में मूसलाधार बरसात हुई। औसतन 62.64 मिमी बरसात जिले भर में दर्ज हुई है। सबसे ज्यादा बारिश अपर भवानी क्षेत्र में 308 मिमी तथा गुडलूर में 201 मिमी दर्ज की गई।
नीलगिरि जिले में तेज बारिश की वजह से बिल्लूर बांध अपनी भराव क्षमता पर पहुंच गया। सुरक्षा के मद्देनजर सुबह नौ बजे बांध के कपाट खोल दिए गए। इस वजह से मेट्टपालयम में तटीय इलाकों में बसे लोगों को सावचेत कर दिया गया कि वे सुरक्षित रहें। बांध में फिलहाल 12 हजार घन फीट की दर से पानी आ रहा है। मौसम विभाग ने कोयम्बत्तूर और नीलगिरि जिलों में अगले चौबीस घंटों में भारी बारिश की संभावना भी जताई है।
राजस्व मंत्री ने की समीक्षा
दोनों जिलों में बारिश की वजह से उपजे हालात की राजस्व व आपदा राहत मंत्री आर. बी. उदयकुमार ने सचिवालय में समीक्षा की। विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने बाढ़ के हालात जाने। उन्होंने बताया कि गुडलूर व वयल पुदुर के 227 लोगों को अस्थाई शिविरों में ठहराया गया है। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार भारी बारिश के कारण गुडलूर में 50 मकान गिर गए हैं।
स्थानीय विधायक द्रविड़ मणि ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। केके नगर इलाके में मिट्टी सरकने की भी खबर है। पेड़ गिरने से गुडलूर राजमार्ग पर आवाजाही प्रभावित हुई है। राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर है तथा एनजीओ की भी मदद मिल रही है।
कम दबाव का नया क्षेत्र
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का नया क्षेत्र विकसित हुआ है। लिहाजा पश्चिमी घाट इलाकों में भारी बरसात की संभावना है। इस प्रभाव क्षेत्र से सभी दक्षिणी राज्यों में बरसात होगी।