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नीलगिरि जिले में 6.4 सेमी बरसात, मेट्टपालयम के तटीय इलाकों में अलर्ट

locationचेन्नईPublished: Aug 04, 2020 07:30:01 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

– बिल्लूर बांध से छोड़ा गया पानी- 227 लोगों को ठहराया शिविर में

Heavy rain reported in Nilgiri District

Heavy rain reported in Nilgiri District

चेन्नई.

नीलगिरि जिले में पिछले चौबीस घंटों में ताबड़तोड़ बरसात से नदी-नाले उफनने लगे हैं। गुडलूर और पुत्तूर वयल जैसे इलाकों में घरों में बाढ़ का पानी घुस आने के बाद सैकड़ों लोगों को राहत शिविर में ठहराया गया है। कोयम्बत्तूर जिला प्रशासन ने बिल्लूर बांध का जलस्तर 96.5 फीट पहुंच जाने के बाद बुधवार को पानी छोड़ दिया गया। मेट्टपालयम के तटीय इलाकों में बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया।

मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में नीलगिरि जिले में मूसलाधार बरसात हुई। औसतन 62.64 मिमी बरसात जिले भर में दर्ज हुई है। सबसे ज्यादा बारिश अपर भवानी क्षेत्र में 308 मिमी तथा गुडलूर में 201 मिमी दर्ज की गई।

नीलगिरि जिले में तेज बारिश की वजह से बिल्लूर बांध अपनी भराव क्षमता पर पहुंच गया। सुरक्षा के मद्देनजर सुबह नौ बजे बांध के कपाट खोल दिए गए। इस वजह से मेट्टपालयम में तटीय इलाकों में बसे लोगों को सावचेत कर दिया गया कि वे सुरक्षित रहें। बांध में फिलहाल 12 हजार घन फीट की दर से पानी आ रहा है। मौसम विभाग ने कोयम्बत्तूर और नीलगिरि जिलों में अगले चौबीस घंटों में भारी बारिश की संभावना भी जताई है।

राजस्व मंत्री ने की समीक्षा
दोनों जिलों में बारिश की वजह से उपजे हालात की राजस्व व आपदा राहत मंत्री आर. बी. उदयकुमार ने सचिवालय में समीक्षा की। विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने बाढ़ के हालात जाने। उन्होंने बताया कि गुडलूर व वयल पुदुर के 227 लोगों को अस्थाई शिविरों में ठहराया गया है। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार भारी बारिश के कारण गुडलूर में 50 मकान गिर गए हैं।

स्थानीय विधायक द्रविड़ मणि ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। केके नगर इलाके में मिट्टी सरकने की भी खबर है। पेड़ गिरने से गुडलूर राजमार्ग पर आवाजाही प्रभावित हुई है। राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर है तथा एनजीओ की भी मदद मिल रही है।

कम दबाव का नया क्षेत्र
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का नया क्षेत्र विकसित हुआ है। लिहाजा पश्चिमी घाट इलाकों में भारी बरसात की संभावना है। इस प्रभाव क्षेत्र से सभी दक्षिणी राज्यों में बरसात होगी।

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