इन पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन मोड में मुफ्त में पेश किया जाएगा, जो मामूली शुल्क पर परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए ग्रेड प्रमाणन भी जारी करेगा। अंतिम परीक्षा भारत भर के चुनिंदा शहरों के केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। यह पाठ्यक्रम भारत के साथ-साथ विदेशों में भी सभी के लिए ऑनलाइन मोड में नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। कोर्स का पहला बैच 1 जुलाई 2022 को शुरू होगा जिसका पंजीकरण 24 जून को बंद हो जाएगा।
ग्रामीण विद्यार्थियों को लाभ
इस तरह के पाठ्यक्रमों की आवश्यकता के बारे में बताते हुए आइआइटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने कहा, यह कोर्स भारत में अपनी तरह का पहला है और आने वाले दिनों में एक बड़ा प्रभाव डालेगा। हम अगले कुछ वर्षों में इसके लाभ देखेंगे। पाठ्यक्रम नि:शुल्क होगा जो स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों खासकर ग्रामीण भारत में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद होगा।
विषय के तर्क से सोच व्यापक
यदि हम गणित को अनुशासन और जुनून के साथ औपचारिक रूप से नहीं बल्कि अधिक तार्किक और विश्लेषणात्मक तर्क के साथ समझते हैं, तो हम अपनी सोच को व्यापक बना सकते हैं। महत्वपूर्ण परिणाम कौशल का विकास है जो तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में फिट और प्रभावी रूप से योगदान करने के लिए आवश्यक है।
सदगोपन राजेश, आर्यभट्ट गणितीय विज्ञान संस्थान के संस्थापक-निदेशक