मुख्यमंत्री ने फातिमा आत्महत्या मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया। वहीं अब्लुद लतीफ ने डीजीपी जेके त्रिपाठी से भी मुलाकात कर और उन्हें सभी सबूत सौंप दिए। उन्होंने कहा कि मुझे तमिलनाडु की सरकार और पुलिस विभाग पर भरोसा है। उसकी मौत के बाद आईआईटी प्रबंधन ने हमें फोन या संपर्क नहीं किया।
पुलिस का मानना है कि फातिमा के कम अंक आना ही उसकी आत्महत्या के पीछे का कारण हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि फातिमा होनहार थी और उसने एंट्रेंस परीक्षा में टॉप किया है। अगर उसे पढ़ाई करने में या कम अंक से कोई परेशानी थी तो वह हमें जरूर बताती।
त्वरित कार्रवाई कर प्रोफेसर को गिरफ्तार किया जाए
अब्दुल लतीफ ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वह मामले की जांच कराएं और जो भी आरोपी है उसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जाएं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने एक मैसेज में बताया है कि एक प्रोफेसर उसे प्रताडि़त कर रहा था। केवल चार महीने में होनहार और टॉपर छात्रा ने आत्महत्या कर ली।
इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है वह किस मानसिक स्थिति से गुजर रही होगी। परिवार के चेन्नई पहुंचने के बाद फातिमा की बहन आयशा ने उसका फोन चेक किया तो उसे एक मैसेज दिखा। जिसमें फातिमा ने एक प्रोफेसर का नाम लेते हुए उसे अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
परिवार का कहना है कि प्रोफेसर उनकी बेटी को प्रताडि़त कर रहा था, जिससे उसकी गरिमा को ठेस पहुंची है। फातिमा दिनचर्या के बारे में लिखती है अगर उसके दिनचर्या पर लिखी किताब पढ़ा जाए तो उसमें भी आरोपी प्रोफेसर का जिक्र किया गया होगा।
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एचआरडी मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ की आत्महत्या पर एक रिपोर्ट मांगी जिसमें लड़की ने अपने सुसाइड नोट में कॉलेज के एक प्रोफेसर द्वारा उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। मंत्रालय ने संस्थान निदेशक से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम यह समझना चाहते हैं कि छात्रा ने किन परिस्थितियों में यह खतरनाक कदम उठाया और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर संस्थान में क्या उपाय किए जा रहे हैं।
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इसी बीच आईआईटी मद्रास ने एक विज्ञप्ति जारी कर बिना जांच पूरे हुए किसी भी निर्णय पर न आने की अपील की है। प्रौफेसर पर लगाए जा रहे आरोपों को निराशाजनक बताया है। वहीं दूसरी ओर सेंट्रल क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने तीन प्रोफेसर से पूछताछ शुरू कर दी।