आईआईटी-मद्रास में कोरोना के अब तक 191 मामले और अण्णा विवि में भी छह छात्र कोरोना पॉजिटिव
राधाकृष्णन ने कहा कि जांच के लिए कर्मचारियों और छात्रों के नमूने लिए गए थे और इनमें से संक्रमित होने वालों में ज्यादातर छात्र हैं

चेन्नई.
आईआईटी मद्रास में आठ छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद देश के प्रतिष्ठित संस्थान में संक्रमितों की संख्या 191 हो गई है। गौरतलब है कि आईआईटी मद्रास कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन गया है। इस सप्ताह संस्थान में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के बीच मंगलवार को 141 लोगों में संक्रमण का मामला उजागर हुआ था।
अण्ण्ण विवि में 6 छात्र संक्रमित
इसी बीच अण्णा यूनिवर्सिटी के छह छात्र भी कोरोना वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं। जे. राधाकृष्णन ने बताया कि अण्णा विश्वविद्यालय में 550 नमूनों की जांच की गई जिसमें 6 छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि आईआईटी मद्रास के 141 नमूनों की जांच में आठ छात्रों के संक्रमित होन की पुष्टि हुई है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने बताया कि छात्रों की स्थिति ठीक है। उन्होंने बताया कि अबतक आईआईटी मद्रास में 1104 नमूनों की जांच की गई जिसमें 191 कोरोना संक्रमित पाए गए। अण्णा विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण दर मुश्किल से 1 प्रतिशत है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
सभी विभाग बंद
आईआईटी मद्रास ने हॉस्टल में कोरोना वायरस के मामलों का हवाला देते हुए अपने विभागों, केंद्रों, लाइब्रेरी को इस सप्ताह बंद कर दिया है। आईआईटी मद्रास में संक्रमण का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने कैंपस में कोविड टेस्टिंग को तेज कर दिया है और सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी को कोरोना जांच कराने का आदेश दिया है।
सभी कॉलेजों और विवि में टेस्टिंग के आदेश
अभी तक करीब एक हजार आईआईटी छात्रों और मेस वर्कर का कोरोना जांच किया जा सका है। संक्रमण के प्रसार पर अधिकारियों ने मेस को जिम्मेदार ठहराया है। आईआईटी प्रशासन हॉस्टल में छात्रों के लिए अब पैक किया हुआ फूड भेज रहा है। एक मेस या डाइनिंग हॉल वाले अन्य कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को भी हॉस्टल के छात्रों को टेक-अवे की सुविधा देने को कहा गया है। तमिलनाडु में कई कॉलेजों को अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए राज्य सरकार की तरफ से छूट के बाद दोबारा खोला गया है।
घर से काम करने की हिदायत
आईआईटी मद्रास ने फैकल्टी और छात्रों को घर से काम करने की हिदायत दी है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अन्य कैंपस पर भी फोकस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की प्रक्रिया को तेज करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि आईआईटी की तरह एक मेस या डानिंग हॉल वाले कॉलेजों को भी टेक-अवे फूड की सुविधा मुहैया कराने की सलाह दी गई है।
संक्रमित लोगों में ज्यादातर छात्र
राधाकृष्णन ने कहा कि जांच के लिए कर्मचारियों और छात्रों के नमूने लिए गए थे और इनमें से संक्रमित होने वालों में ज्यादातर छात्र हैं और अन्य कैंटीन में काम करने वाले कर्मचारी हैं। सभी का इलाज सरकारी अस्पताल ‘किंग्स इंस्टिट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन एंड रिसर्च’ में किया जा रहा है। क्षेत्र में वायरस के और अधिक प्रसार की आशंका पर अधिकारी ने कहा कि आईआईटी, संक्रमण प्रभावित एक स्थानीय क्षेत्र (लोकलाइज्ड क्लस्टर) है।
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