चेन्नई

तमिलनाडु में 1,263 स्कूली बसें और वैन फिटनेस परीक्षण में विफल

राज्य के 25 जिलों में हुए संयुक्त निरीक्षण में फिटनेस परीक्षण में 1,263 बस और वैन विफल साबित हुई हैं, इनमें चेन्नई जिले के 228 वाहन शामिल हैं।

चेन्नईMay 25, 2019 / 02:03 pm

Ritesh Ranjan

तमिलनाडु में 1,263 स्कूली बसें और वैन फिटनेस परीक्षण में विफल

चेन्नई. राज्य के 25 जिलों में हुए संयुक्त निरीक्षण में फिटनेस परीक्षण में 1,263 बस और वैन विफल साबित हुई हैं, इनमें चेन्नई जिले के 228 वाहन शामिल हैं।
रिवहन आयुक्त सी. समयमूर्ति के अनुसार 17 मई तक 25 जिलों में सडक़ सुरक्षा काउंसिल द्वारा राज्य में स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने वाले 10,549 वाहनों का निरीक्षण किया गया। इनमें से कुल 32,389 बसों और वैनों को परिवहन की अनुमति दी गई। उन्होंने बताया कि कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, कडलूर, विल्लुपुरम, तिरुवण्णामलै, नीलगिरि और रामनाथपुरम जिलों के वाहन निरीक्षण रिकॉर्ड को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। जांच में लगभग 1,263 वाहन तमिलनाडु मोटर वाहन (स्कूल बसों के विनियमन और नियंत्रण) विशेष नियम 2012 में निर्धारित मानकों को पूरा करने में विफल रहे। कन्याकुमारी जिले में 184 से अधिक वाहनों की फिटनेस अस्वीकार कर दी गई। वेलूर और नामक्कल जिलों में क्रमश: 154 और 149 वाहनों को खारिज कर दिया गया। तिरुपुर जिले में कुल 140 वाहन फिटनेस में खरे नहीं उतरे।
वाहन निरीक्षण के दौरान, संयुक्त निरीक्षण समिति के अधिकारियों जिनमें परिवहन, पुलिस, शिक्षा और राजस्व शामिल हैं, ने फुटबोर्ड की ऊंचाई, वाहन के फ्लोर की ताकत, आग बुझाने की मशीन, प्राथमिक चिकित्सा किट, स्पीड गवर्नर, ड्राइवर केबिन, सीटें, बैग की रैक, खिड़कियां, खिड़कियों की ग्रिल और आपातकालीन निकास को ध्यान में रखकर जांच की।
चेन्नई में एक आरटीओ अधिकारी ने कहा कि जिन बसों में बैग रैक, आपातकालीन निकास और खिड़कियों पर ग्रिल नहीं थी, उनको अस्वीकार कर दिया गया। कुछ बसों में गियर बॉक्स के पास कमजोर फुटबोर्ड और प्लेटफॉर्म मिला है। जिन बसों में प्राथमिक चिकित्सा किट में दवाओं की अवधि समाप्त हो गई है, उनको भी अस्वीकार कर दिया गया। हमने इन बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। शैक्षिक संस्थान जो बसों के मालिक हैं, स्कूल खुलने से पहले इन बसों की आवश्यक मरम्मत कराने के बाद फिटनेस प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे पहले 2012 में राज्य सरकार ने बच्चों के लिए चलने वाले वाहनों के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए तमिलनाडु शैक्षिक संस्थान विशेष नियम जारी किए थे।
सेलम जिले में स्कूलों के लिए सबसे अधिक 2,603 बसें और वैन पंजीकृत हैं, इसके बाद कांचीपुरम में 233 वाहन हैं। कोयंबत्तूर में स्कूली बच्चों के परिवहन के लिए 2015 वाहनों को अनुमति दी गई है।
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