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प्लास्टिक प्रतिबंध के बाद कपड़े की थैलियों के क्षेत्र में बढ़ी रोजगार संभावना

locationचेन्नईPublished: Jan 14, 2019 03:31:56 pm

Submitted by:

Ritesh Ranjan

साल के पहले दिन से ही राज्य भर में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के कारण भले ही कई लोग बेरोजगारी का रोना रो रहे हों लेकिन कुछ लोगों ने यहां से भी रोजगार की नई संभावना ढूंढ निकालने में कामयाबी हासिल की है।

चेन्नई. साल के पहले दिन से ही राज्य भर में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के कारण भले ही कई लोग बेरोजगारी का रोना रो रहे हों लेकिन कुछ लोगों ने यहां से भी रोजगार की नई संभावना ढूंढ निकालने में कामयाबी हासिल की है। इन्हीं में से एक नाम कोयंबेडू थोक बाजार में पूजा सामग्री बेचने वाले 23 वर्षीय एस. श्रीधर का है। दरअसल श्रीधर पूजा सामग्री के अलावा अब कपड़े की थैलियां भी बेच रहे हैं और प्लास्टिक बैग प्रतिबंधित होने के बाद से बाजार में इसकी जबरदस्त मांग है।
लोगों का कहना है कि प्लास्टिक थैलियों की अपेक्षा कपड़ा निर्मित यह बैग कहीं अधिक उपयोगी है। उनका दावा है कि एक-दो बार इस्तेमाल करने के बाद प्लास्टिक की थैलियां खराब हो जाती हैं लेकिन कपड़े की थैलियां महीनों तक खराब नही होती। इसके अलावा मजबूती में कपड़े के झोले के आगे प्लास्टिक कहीं नहीं टिकता।
मात्र 30 रुपए मेें हैंडल लगी कपड़े की आकर्षक थैलियां बेचने वाले श्रीधर का कहना है कि पहले लोग कपड़े के थैलों में ही बाजार से सामान लाते थे लेकिन प्लास्टिक थैलियां आने के बाद इनका उपयोग लगभग बंद हो गया। हालांकि प्लास्टिक उपयोग पर सरकारी हथौड़ा चलने के बाद से एक बार फिर कपड़े की थैलियों का दौर लौट आया है लेकिन आदत छूट जाने के कारण कई बार उपभोक्ता इसे बाजार लाना भूल जाते हैं।
उन्होंने कहा कि फल बाजार में प्लास्टिक का उपयोग लगभग पूरी तरह से बंद हो चुका है लेकिन जिन दुकानदारों के पास पहले की प्लास्टिक थैलियां बची हुई हैं वे कभी-कभार इन थैलियों का इस्तेमाल कर लेते हैं। हालांकि प्लास्टिक प्रतिबंध के सरकारी आदेश को सही ढंग से लागू कराने के लिए सीएमडीए की तरफ से कोयंबेडू थोक बाजार प्रबंधन समिति (केडब्ल्यूएमएमसी) के अधिकारी एक जनवरी से ही दुकानों पर लगातार छापेमारी कर रहे हैं तथा अभी तक 100 से भी अधिक दुकानों पर छापेमारी कर दुकान मालिकों को प्लास्टिक उपयोग करते पकड़े जाने पर लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी जा चुकी है। केडब्ल्यूएमएमसी अधिकारी ने बताया कि पोंगल का त्यौहार बीतने के बाद वे बाजार में उत्पन्न प्लास्टिक कचरे का जायजा लेकर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
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