पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए ब्रिज कोर्स, लॉकडाउन में पढ़ाई के नुकसान की होगी भरपाई
चेन्नईPublished: Nov 30, 2020 02:22:47 pm
पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए ब्रिज कोर्स – लॉकडाउन में पढ़ाई के नुकसान की होगी भरपाई – सरकारी स्कूलों में किया शुरू
चेन्नई. कोरोना महामारी के चलते तमिलनाडु में मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद से स्कूलें बन्द है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई को लेकर कोई नया शेड्यूल भी तैयार नहीं किया गया है। पहली से आठवीं तक के छात्रों की पढ़ाई भी लॉकडाउन के चलते बहुत बाधित हुई है।
स्कूली शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के अनुसार लॉकडाउन में निजी विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रही लेकिन सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त कई स्कूल इस अवधि में कई कारणों से ऑनलाइन कक्षाएं भी नियमित नहीं रख पाए। ऐसे में बच्चों को पढ़ाई का निश्चित रूप से खामियाजा भुगतना पड़ा है। ऐसे में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को विषय का ज्ञान बहुत कम हो पाया है। ऐसे में उन्हें अगली कक्षा में पदोन्नत करने से पहले उनके लिए ब्रिज कोर्स शुरू किया गया है।
महत्वपूर्ण टॉपिक्स होंगे कवर
ऐसे में यह तय किया गया है कि अल्प अवधि के इस कोर्स में पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण टॉपिक्स पढ़ाए जाएंगे। अभी ब्रिज कोर्स को लेकर चर्चा की जा रही है कि इसमें क्या शामिल किया जाएं। ताकि छात्र आसानी से समझ सकें। इससे अगली कक्षा में पदोन्नत होने पर छात्र में अधिक आत्मविश्वास पैदा हो सके। ब्रिज कोर्स के प्रशिक्षण को लेकर भी शिक्षाविदों से राय ली जा रही है। पाठ्यक्रम के अंत में कोई परीक्षा नहीं होगी। ब्रिज कोर्स को लेकर शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। कोर्स मेटेरियल प्रिंट करवाकर सभी स्कूलों में भिजवाया जाएगा।
लॉकडाउन के कारण पढ़ाई हुई बाधित
एक अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण छात्रों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में कक्षा एक से आठवीं तक की सरकारी स्कूलों में ब्रिज कोर्स की रूपरेखा तैयार की गई है। इन कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षा नहीं होती। ऐसे में अगली कक्षा में प्रमोट करने से पहले ब्रिज कोर्स से मदद मिल सकेगी। इससे प्रदेश की सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 27 लाख से अधिक छात्रों को फायदा मिल सकेगा।