रजनीकांत ने कहा कि अगर अभी राजनीति और सरकार में बदलाव नहीं हुआ तो कभी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वे अपनी राजनीतिक पार्टी में युवाओं को अवसर देंगे। उन्होंने कहा कि साल 1996 में जब मैं 45 साल का था, मैंने मुख्यमंत्री पद के लिए इनकार कर दिया था। पार्टी नेतृत्व और सरकार के प्रमुखों के अलग होने की आवश्यकता पर जोर देते हुए रजनीकांत ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और सरकार के प्रमुख अलग-अलग होने चाहिए।
सरकार और पार्टी प्रमुख अलग-अलग
सुपरस्टार रजनीकांत ने राजनीति में अपनी एंट्री को लेकर गुरुवार को चेन्नई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी की घोषणा तो नहीं की, लेकिन राजनीति को लेकर अपनी योजनाएं जरूर बताई। उनके मुताबिक उन्होंने कभी भी तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा और वे सिर्फ राजनीति में बदलाव चाहते हैं। अपनी पार्टी के बारे में बताते हुए वे एक ऐसी पार्टी बनाने जा रहे हैं, जिसमें सरकार और पार्टी प्रमुख अलग-अलग होंगे और अलग-अलग काम करेंगे।
राजनीति में आने को लेकर नहीं की टिप्पणी
कयास लगाए जा रहे हैं कि रजनीकांत जल्द राजनीति में आएंगे और तमिलनाडू विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने खुद इसपर कोई टिप्पणी नहीं की है। कुछ माह पहले रजनीकांत को अपने घर पर कुछ नेताओं के साथ सीएए और एनपीआर पर चर्चा करते देखा गया था। उन्होंने ये भी कहा था कि सीएए से एक भी मुस्लिम के प्रभावित होने पर वे सबसे पहले आवाज उठाएंगे। 31 दिसंबर 2017 को चेन्नई में जनता को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने राजनीति में आने के संकेत दिए थे।