jaigopal garodia book bank
चेन्नई. पूर्व मंत्री एवं एआईएडीएमके नेता गोकुल इंद्रा ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे मोबाइल के मोह से दूर रहकर अध्ययन में अपना अधिकाधिक समय बिताएं। विद्यार्थी पढ़ाई पूरी करने के बाद समाज एवं देश के निर्माण में अपना योगदान जरूर दें।
वे यहां अन्नानगर स्थित जयगोपाल गरोडिया चैरिटेबल बुक बैंक में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। इस मौके पर विभिन्न महाविद्यालयों के कला, वाणिज्य एवं विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तकों का वितरण किया गया। जयगोपाल गरोडिया की सेवाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा कि गरोडिया ने चेन्नई एवं विभिन्न स्थानों पर शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना की। विद्यार्थियों एवं समाज के लिए कई योजनाएं तैयार की। उनकी परोपकारी सेवाएं सराहनीय है। ऐसी सेवाएं निरंतर जारी रहनी चाहिए ताकि इसका लाभ मिलता रहें।
जयगोपाल गरोडिया विवेकानन्द विद्यालय ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी अशोक केडिया ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि वर्ष 2000 में बुक बैंक की स्थापना की गई थी। अब तक विभिन्न महाविद्यालयों के 99 हजार से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिला है। इस साल 10 लाख रुपए की राशि की पुस्तकों की खरीद और की जा रही है। पुस्तकों की मांग हर साल बढ़ रही है। बुक बैंक अपनी बीसवीं वर्षगांठ मना रहा है।
प्रधानाचार्य विजयकुमार ने विद्यार्थियों को पुस्तकों का लाभ उठाने का आह्वान किया। बुक बैंक के प्रधान समन्यवक केशवन ने कहा कि बुक बैंक से पुस्तकों के माध्यम से विद्यार्थियों को फायदा मिला है। आरम्भ में बुक बैंक के संचालन में काफी कठिनाई हुई लेकिन विद्यार्थियों के सहयोग से इसका संचालन अब अनवरत रूप से जारी है। समारोह में करीब 250 विद्यार्थियों को पुरस्तकों का वितरण किया गया।