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नेल्लोर पहुंचे अद्र्धसैनिक बल के जवान

locationचेन्नईPublished: Mar 17, 2019 11:09:01 pm

राज्य में 11 अप्रैल को एक ही चरण में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों की 5 टुकडिय़ां…

Jawans of paramilitary force who reached Nellore

Jawans of paramilitary force who reached Nellore

नेल्लोर।राज्य में 11 अप्रैल को एक ही चरण में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों की 5 टुकडिय़ां नेल्लोर पहुंची। चुनाव के दौरान किसी भी तरह की हिंसक घटना न हो इसके लिए ये सीआईएसएफ की 5 टुकडिय़ां जिले के ग्रामीण क्षेत्र, कवाली, गुडूर, आत्मकर, नेल्लोर शहर विधानसभा क्षेत्र में तैनात की जाएगी। प्रत्येक टुकड़ी में 80 से 100 जवान हैं।

जिला पुलिस अधीक्षक ऐश्वर्य रस्तोगी के आदेश पर इन जवानों ने शनिवार शाम को शहर के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला। उन्होंने चुनाव आयोग से अतिरिक्त बल और लगाने की गुजारिश की है।
जिलेभर में 2830 मतदान केंद्र हैं जिनमें 511 संवेदनशील मतदान केंद्र पाए गए हंै। इनमें से कुछ इलाकों में धारा 144 लागू की गई है।

पोल्लाची से लौट रही हथिनी की रास्ते में मौत

पोल्लाची में अयोजित शादी समारोह से लौट रही एक हथिनी की रविवार सुबह मौत हो गई। श्रीरंगम से गुलाबी नामक इस 60 वर्षीय हथिनी को वैवाहिक समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए ट्रक में लादकर शुक्रवार को 200 किलोमीटर दूर पोल्लाची लाया गया था। पशु कार्यकर्ताओं ने बताया कि हथिनी के मालिक ने उसके स्वास्थ्य की परवाह किए बिना पैसे के लिए उसे बीमार हालत में पोल्लाची भेज दिया था। पोल्लाची में वह दो बार बेहोश हुई। आखिरकार काफी मशक्कत के बाद शनिवार शाम उसे एक ट्रक पर लादकर रवाना कर दिया गया लेकिन नमक्कल पहुंचते-पहुंचते सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई। श्रीरंगम पहुंचने के बाद वन अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के लिए उसे अपने कब्जे में ले लिया। तिरुचि मंडल के एक वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आगे की जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जांच जाएगी और दोषी पाए जाने पर मालिक के खिलाफ उचित कार्रवाई भी होगी।

पशु अधिकार कार्यकर्ता पी. पॉलराज ने बताया कि उसने मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री सेल और वन विभाग को पत्र लिख दिया है। उसने बताया कि हथिनी बीमार थी और पशु चिकित्सकों ने उसे आराम देने की सलाह दी थी। इसके बावजूद पैसे के लालाच में मालिक ने उसे सैकड़ों किलोमीटर शादी समारोह में भाग लेने के लिए भेज दिया। उसने इस मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बीमार हाथी को 200 किलोमीटर भेजने की मंजूरी देना आश्चर्यजनक है।

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