Tamilnadu : राज्य में बढ़े हैं महिलाओं के प्रति अत्याचार : स्टालिन
चेन्नईPublished: Feb 24, 2020 06:33:35 pm
Tamilnadu सरकार को पूर्व मुख्यमंत्री J .Jayalalithaa की जयंती को महिला और बाल संरक्षण दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं हैं।
राज्य में बढ़े हैं महिलाओं के प्रति अत्याचार : स्टालिन
मदुरै. तमिलनाडु सरकार को पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की जयंती को महिला और बाल संरक्षण दिवस मनाने का कोई अधिकार नहीं हैं। ये कहना है प्रमुख विपक्षी नेता एम .के. स्टालिन का। वे यहां पूर्व एआईएडीएमके मंत्री आर.एस.राजा कन्नप्पन और उनके साथियों का डीएमके में प्रवेश पर आयोजित स्वागत सभा को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा कि राज्य में महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़े ही है। पोलाची यौन कांड और सुभश्री की मौत की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को कोई अधिकार नहीं है। वो मामले का राजनीतिककरण नहीं करना चाहते पर कुछ दिन पहले ही एक तमिल मैग्जीन में डिप्टी स्पीकर पोलाची जयरमन के बेटे के पोलाची यौन कांड में शामिल होने की बात कही गई है। इस कांड में 250 से अधिक महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार हुआ था। इन आरोपियों पर गुंडा एक्ट लगाया गया है और आरोपी बाहर घूम रहे हैं। उन पर सही प्रकार से केस दर्ज नहीं किया गया था। हम सत्ता में आए तो इस मामले में चुप नहीं बैठेंगे और आरोपियों को सजा जरुर मिलेगी। एआईएडीएमके को राज्य की जनता से कोई मतलब नहीं हैं और राज्य सरकार अपनी उपलब्धियों के झूठे दावे कर रही है। आज तक मुख्यमंत्री ई.के. पलनीस्वामी 3 लाख करोड़ के निवेश के बारें में श्वेत पत्र जारी नहीं किया है। मुख्यमंत्री झूठी उपलब्धियों गिना रहे है। दूसरे राज्यों की तुलना में यहां मानव संसाधन और आर्थिक प्रगति कम ही हुई है। महिलाओं के प्रति अपराध में राज्य दूसरे नम्बर पर हैं। राज्य सरकार भ्रष्टाचार में धंसी हुई है। मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अदालत में मामला लंबित है। ये मामले तब तक एआईएडीएमके सत्ता में है तब तक ही रोक कर रखे जा ाकते है हैं। बारह महीने में उनका शासन खत्म हो जाएगा, उसके बाद इन मामलों में कार्रवाई की जाएगी। उन्होने मुख्यमंत्री को किसानों को भी मूर्ख बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पलनीस्वामी ने कुछ किए बिना ही डेल्टा क्षेत्र को सुरक्षित घोषित कर दिया है। स्टालिन ने राज्य में हुई विकास की गतिविधियों को गिनाते हुए कहा कि ये सभी डीएमके के शासन में ही शुरु हो गए थे। पूर्व एआईएडीएमके मंत्री आर.एस. राजा कन्नप्पन ने कहा कि वे स्टालिन को राज्य के भविष्य के रूप में देख रहे हैं।