सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए बाल अपचारी और उसके साथियों ने पहले से ही भागने की योजना बना रखी थी और मंगलवार रात मौका मिलते ही उन्होंने घटना को अंजाम दे दिया।
सुधार गृह के एक अधिकारी ने बताय कि 18 साल के उम्र के 32 कैदियों उनके आयु वर्ग के आधार पर दो अलग-अलग कमरों में रखा गया था। भागे हुए बाल अपचारियों के कमरे में कुल 17 लड़के रहते थे। मंगलवार रात 11 बजे एक अपचारी ने पेट दर्द की शिकायत की और दो अन्य ने इसकी सूचना जाकर वार्डन को दी।
जानकारी मिलते ही वार्डन जैसे ही पीडि़त लड़के को देखने के लिए घात लगाकर बैठे चार अपाचारियों के एक समूह ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद छह अन्य अपचारियों ने भी वार्डन पर हमला करना शुरू कर दिया। मारने के बाद उन्होंने वार्डन से चाबी छीन ली और बाहर भाग गए।
बाहर आकर उन्होंने वहां तैनात एक अन्य वार्डन और एक सशस्त्र रिजर्व पुलिसकर्मी पर भी हमला कर दिया और सुधार गृह से 12 अपचारी फरार हो गए। जबकि 5 अन्य सुधार गृह में ही रह गए।
उन्होंने बताया कि भागते समय एक बाल अपचारी सुधार गृह कर्मचारी का दुपहिया वाहन लेकर भी फरार हो गया। सभी बाल अपचारी तिरुनेलवेली, तुत्तिकोरिन और कन्याकु मारी जिले के रहने वाले हैं। वार्डन षणमुगराज और सशस्त्र पुलिसकर्मी अरुणाचलम को तिरुनेलवेली मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि वे खतरे से बाहर है।
लूटपाट की शिकार युवती की हालत अब भी नाजुक
चेन्नई.
थझमबूर-पेरुम्बाक्कम रोड पर मंगलवार सुबह २५ वर्षीया युवती पर जानलेवा हमला करने वाले हमलावर को पकडऩे के लिए पुलिस ने तीन विशेष टीमें गठित की हैं।
ये तीनों टीमें अलग-अलग दृष्टिकोण से मामले की जांच कर हमलावर की तलाश कर रही हैं। पुलिस ने तस्माक दुकान के सामने पड़ी वह स्कूटी भी बरामद लिया है जिसपर सवार होकर अपनी बहन के घर जा रही थी।
इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार करके पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार सुबह करीब ३ बजे जब वह युवती स्कूटी से अपनी बहन के घर जा रही थी तभी एक अज्ञात युवक ने उस पर लोहे की रॉड से हमला कर उसे घायल कर दिया और उसका पर्स, आईफोन और स्कूटी लेकर फरार हो गया।
राहगीरों ने सड़क पर उसे घायलावस्था में देख पुलिस और एम्बुलेंस को सूचित किया। उसे ओएमआर में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।