यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कई शिक्षाविदों ने चेतावनी दी है कि सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा रद्द करने का केंद्र का फैसला छात्रों के हित के खिलाफ होगा। ऐसी परिस्थिति में उचित योजना के साथ परीक्षा आयोजित करना ही सही निर्णय होगा, क्योंकि 12वीं के अंतिम अंक कॉलेज प्रवेश, प्रवेश परीक्षा और विदेशी शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। जरूरत पडऩे पर पाठ्यक्रमों को कम किया जा सकता है और विद्यार्थियों को पहले से ही परीक्षा की तिथि के बारे में अवगत कराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस बात पर ध्यान देना होगा कि परीक्षा रद्द करने के बाद विद्यार्थियों का भविष्य बुरी तरह से प्रभावित होगा। कमल हासन ने कहा गंभीर परिस्थिति के बावजूद केरल सरकार ने योजना बना कर 12वीं परीक्षा आयोजित करने के तरीकों को अपनाया है और उसी अनुरूप राज्य सरकार को भी परीक्षा आयोजित करनी चाहिए।
-मुख्यमंत्री आज इस संबंध में लेने उचित निर्णय
राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन शनिवार को इस संबंध में उचित निर्णय लेकर परीक्षा आयोजित करने के संबंध में घोषणा करने वाले हैं। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री अन्बिल महेश पोय्यामोझी ने गुरुवार को कहा था कि 12वीं परीक्षा आयोजित करने के संबंध में शिक्षकों, अभिभावकों और शिक्षाविदों समेत अन्य लोगों के साथ विचार करने के बाद शनिवार सुबह मुख्यमंत्री को इसके बारे में अवगत कराया जाएगा। उसके आधार पर सीएम इस संबंध में निर्णय लेंगे। प्रत्येक जिले के स्कूल शिक्षा अधिकारियों को अभिभावकों और शिक्षकों से उनके विचार जानने का निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा अभिभावक समेत अन्य लोग अपना विचार मेल कर सकते हैं। विभाग द्वारा शुक्रवार को शिक्षा अधिकारियों और शिक्षाविदों के साथ ऑनलाइन बैठक भी आयोजित की गई। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने मंगलवार को ही सीबीएसई के 12वीं की परीक्षा को रद्द किया था। साथ ही घोषणा की गई थी कि बारहवीं कक्षा का मूल्यांकन समयबद्ध तरीके से वस्तुनिष्ठ मानदंडों पर आधारित होगा और जो छात्र मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें स्थिति अनुकूल होने पर परीक्षा में बैठने का विकल्प प्रदान किया जाएगा।