पुलिस ने जब के.वी. सायन और वालायर मनोज को गिरफ्तार किया तब ये दोनों पत्रकार वार्ता में थे। उन दोनों को पुलिस निजी विमान से लेकर चेन्नईआई।घटना 24 अप्रेल 2017 की है जब कुछ लुटेरे कोडनाड़ स्थित जे. जयललिता के बंगले में घुसे थे। इन लुटेरों ने एस्टेट के एक चौकीदार की हत्या कर दी थी और एक अन्य गार्ड पर जानलेवा हमला करने के बाद कीमती सामान लूटकर चले गए थे।
इस लूट में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी गायब होने की बात कही गई थी। सायन और कनकराज इस मामले में साजिश रचने के आरोपी हैं। कनकराज की रहस्यमय तरीके से सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। सायन भी उसी दिन सडक़ दुर्घटना का शिकार हुआ था जिसमें उसकी बच्ची और पत्नी की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार सेम्युअल मैथ्यूज ने शुक्रवार को इस कांड में मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी की लिप्तता को लेकर एक वीडियो जारी किया था जिसमें सायन ने बताया है कि पूर्व मुख्यमंत्री के ड्राइवर रह चुके कनकराज ने उसे एस्टेट में 2000 करोड़ रुपए नकद और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज होने की बात कही थी और उसने इस लूट के लिए राज्य के बाहर से आदमी बुलवाने को कहा था। कनकराज का पलनीस्वामी से संपर्क था।
इस खुलासे के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री ने इस आरोप को सिरे से झुठला दिया है। एआईएडीएमके के आईटी विंग के पदाधिकारी राजन ने सेम्युअल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। खबर लिखे जाने तक पुलिस आरोपियों की न्यायिक हिरासत प्राप्त नहीं कर पाई थी।