बेंगलूरु से पश्चिम बंगाल के लिए निकले पैदल
चेन्नईPublished: May 21, 2020 01:33:32 pm
बुधवार सुबह बेंगलूरु से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के 6 मजदूरों का दल पैदल चलते हुए वेलूर के सतुआचारी पहुंचा। वे लोग थकान के कारण कलक्टे्रट फ्लाईओवर के नीचे बैठे हुए थे। वहां वाहन जांच कर रहे पुलिसकर्मियों ने जब उनको देखा तो उन्होंने पानी पिलाकर उनके बारे में जानकारी ली।
बेंगलूरु से पश्चिम बंगाल के लिए निकले पैदल
वेलूर. देशभर में जारी लॉकडाउन के कारण हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपना धीरज खोकर अपने गांव जाने को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। केन्द्र सरकार के निर्देश के बाद प्रवासी मजदूरों को उनके गृहनगर भेजे जाने के लिए श्रमिक एक्सप्रेस चलायी जा रही है। लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा होते ही पैदल अपने राज्यों के लिए चल पड़े। बुधवार सुबह बेंगलूरु से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के 6 मजदूरों का दल पैदल चलते हुए वेलूर के सतुआचारी पहुंचा। वे लोग थकान के कारण कलक्टे्रट फ्लाईओवर के नीचे बैठे हुए थे। वहां वाहन जांच कर रहे पुलिसकर्मियों ने जब उनको देखा तो उन्होंने पानी पिलाकर उनके बारे में जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि वे सभी पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के रहने वाले हैं और बेंगलूरु में एक निजी भवन निर्माण कम्पनी में काम करते थे। लॉकडाउन के बाद काम बंद हो जाने के कारण खाने व रहने की समस्या उत्पन्न हो गई और साथ ही मालिक की ओर से कोई भी सहायता प्रदान नहीं की गई। जहां तहां बांटा जा रहा खाना खाकर रह रहे थे। जब कष्ट बर्दाश्त नहीं हुआ तो पैदल ही गांव जाने के लिए मंगलवार को घर की ओर निकल पड़े।
जानकारी मिलते ही वेलूर के जैन समाज के कुशाल जैन व राजेश भण्डारी मौके पर पहुंचे और सभी मजदूरों को भोजन प्रदान किया। जैन युवाओं की ओर से रोजाना 300 गरीब व जरूरतमंदों को भोजन प्रदान किया जा रहा है। राजस्व अधिकारी इन लोगों की जांच व अन्य कार्रवाई कर रहे हैं।